राजनीति विज्ञान विभाग में मनाया गया मानवाधिकार दिवस
राजनीति विज्ञान विभाग में मनाया गया मानवाधिकार दिवस
मधेपुरा.
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में बुधवार को विश्व मानवाधिकार दिवस का मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग की सीनियर अस्सिस्टेंट प्रो डॉ अर्पणा सिंह ने की. उन्होंने कहा कि मानवाधिकार दिवस मानव को मानवीय गरिमा के साथ देखने की याद दिलाता है. प्रत्येक मानव को जन्म से कुछ अधिकार प्राप्त होते हैं, उसके अथवा उस समूह के अधिकारों का हनन करना मानवीय अस्तित्व को नकारना है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में मानवाधिकार दिवस का थीम ””मानवाधिकार : हमारी दैनंदिन अनिवार्यताएं” है. थीम मानवाधिकार : हमारी दैनंदिन अनिवार्यताएं है. डॉ अर्पणा ने कहा कि मानवाधिकार दिवस वास्तव में मानवाधिकार को कागजी तौर पर जानने और समझने तक सीमित न होकर जीवन के किसी भी क्षेत्र में पीड़ित व्यक्ति को मानवीय अस्मिता के साथ उसके अधिकारों प्राप्ति को सुनिश्चित करवाना है. विश्व में जारी तनाव और युद्ध के वातावरण में मानवधिकार का उल्लंघन समस्त मानव जाति के लिए एक खतरा है. बीएनएमयू के लोक सूचना पदाधिकारी डॉ प्रफुल्ल कुमार ने कहा कि विश्व मानवाधिकार दिवस 10 दिसंबर को मनाया जाता है. यह दिन मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की याद में मनाया जाता है, जिसे 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपनाया था. इस घोषणा में मानवाधिकारों के मूलभूत सिद्धांतों को परिभाषित किया गया है, जैसे कि समानता, गरिमा, और स्वतंत्रता . विभाग के कार्यालय सहायक यतींद्र कुमार मुन्ना ने कहा कि इस दिन का उद्देश्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना, मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करना, और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करने वाले संगठनों और व्यक्तियों का सम्मान करना है. मौके पर भूगोल विभाग की डॉ सोनिया सोनकर एवं डॉ चांदनी चावला, पोद्दार, अमरदीप, राजेश, नंदन आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
