कन्हैया के काफिले पर दूसरे दिन भी हमला, बाल-बाल बचे

मधेपुरा/सहरसा : जन गण मन यात्रा के दौरान गुरुवार को सहरसा से मधेपुरा जाने के समय जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले पर मधेपुरा-सहरसा सीमा स्थित सबेला चौक पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया. पथराव में कन्हैया बाल-बाल बच गये. हमले में सहरसा जिला के बजरंग दल और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 7, 2020 7:04 AM
मधेपुरा/सहरसा : जन गण मन यात्रा के दौरान गुरुवार को सहरसा से मधेपुरा जाने के समय जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले पर मधेपुरा-सहरसा सीमा स्थित सबेला चौक पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया.
पथराव में कन्हैया बाल-बाल बच गये. हमले में सहरसा जिला के बजरंग दल और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुछ कार्यकर्ताओं के शामिल होने की चर्चा है. इस बाबत मधेपुरा के एसडीपीओ वसी अहमद ने बताया कि पता चला है कि सहरसा में काफिले की सबसे पिछली गाड़ी पर पथराव हुआ, लेकिन हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है. इधर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बिहार राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कन्हैया पर मधेपुरा के पास हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. कहा लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है. सरकार को सुरक्षा देनी चाहिए.
देश धर्म से नहीं, सोच और विचार से चलता है : कन्हैया
केंद्र सरकार देश की ध्वस्त व चौपट हो चुकी अर्थव्यवस्था से ध्यान भटकाने को सीएए कानून लायी है. पिछले पांच सालों में 3.16 करोड़ नौकरियां खत्म हो गयी हैं. रोजगार सृजन की कहीं कोई चर्चा नहीं है. पांच ट्रिलियन डॉलर का सपना दिखा कर सरकार में देश का जीडीपी अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गयी है. जन गण मन यात्रा में सहरसा पहुंचे जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने पटेल मैदान में जनसभा को संबोधित करते यह बातें कही.

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