विश्व स्वास्थ्य संगठन के दवाएं से एड्स मरीजों को मिलता है लंबा जीवन
नगर स्थित बीएनएम कॉलेज में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया
विश्व एड्स दिवस पर बीएनएम कॉलेज बड़हिया में आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम किया गया आयोजित विश्व एड्स दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है लोगों में जागरूकता बढ़ाना: प्रो. प्रमोद यादव बड़हिया. नगर स्थित बीएनएम कॉलेज में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के बीच एचआईवी/एड्स के प्रति सही जानकारी प्रसारित कर जागरूकता बढ़ाना था. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. प्रमोद यादव ने एड्स से जुड़े तथ्यों और भ्रांतियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि एचआईवी संक्रमित खून, संक्रमित सुई, असुरक्षित यौन संबंध तथा संक्रमित माता-पिता से पैदा होने वाले बच्चों में फैलता है. इसके अलावा हाथ मिलाने, साथ रहने या साथ खाने-पीने से संक्रमण नहीं फैलता. विश्व एड्स दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में जागरूकता बढ़ाना और संक्रमित व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना है. उन्होंने यह भी बताया कि एचआईवी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव डालता है, हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विकसित एंटी रेट्रोवायरल दवाएं मरीजों को लंबा जीवन प्रदान कर रही हैं. कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. डॉ. पूनम कुमारी ने छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि जीवन अनमोल है, इसलिए इसके प्रति जिम्मेदार रहना आवश्यक है. प्राचार्य ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम महाविद्यालय को निरंतर गतिशील बनाये रखते हैं. इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग की नवागत शिक्षिका डॉ. जेसिका एवं हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. रेनू चौधरी ने भी अपने विचार व्यक्त कर छात्रों को जागरूक किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
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