आरएमएस किऊल अगलगी घटना: कौन दोषी, बना पहेली

किऊल जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या चार पर अवस्थित आरएमएस कार्यालय में अगलगी की घटना में असली दोषी आरएमएस कर्मी कौन है, आरपीएफ द्वारा जांच पड़ताल अभी भी की जा रही है

By Rajeev Murarai Sinha Sinha | November 30, 2025 6:05 PM

आरएमएस कार्यालय के कर्मी के बुलाने पर ही सदन पटेल ने बुलाया था वेल्डर को अगलगी में रेलकर्मी की लापरवाही के कारण ही लाखों की रेल संपत्ति का नुकसान लखीसराय. किऊल जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या चार पर अवस्थित आरएमएस कार्यालय में अगलगी की घटना में असली दोषी आरएमएस कर्मी कौन है, आरपीएफ द्वारा जांच पड़ताल अभी भी की जा रही है. आरपीएफ के दायरे में दोषी आरएमएस कर्मी आ सकते है लेकिन आरएमएस अगलगी के आखिर कौन है असली दोषी कर्मी, जिसकी जांचकर्ता की तालाश है. आरपीएफ पोस्ट पर खगौर निवासी विदेशी मंडल के पुत्र सदन कुमार पटेल ने सिर्फ वेल्डर का नाम बताया है, जबकि सदन पटेल ने आरएमएस कर्मी द्वारा बुलाकर कहा है कि वे एक बेल्डिंग कारीगर को बुलायें, जिससे कि वहा ट्रॉली का बेल्डिंग करा सके. सदन के बयान से साफ हो चुका है आरएमएस कर्मी ने ही बेल्डिंग के लिए वेल्डर को बुलाया और बिना अधिकारी के सहमति से एवं बिना कोई सुरक्षा का बेल्डिंग कार्यालय के अंदर कराने लगा. जिसकी चिंगारी से आरएमएस कार्यालय में भीषण आग लग गयी और सब कुछ जलकर राख हो गया. यहां तक कि इसका खामियाजा आरपीएफ को भी भुगतना पड़ा. आरपीएफ पोस्ट के जरूरत के कागजात, सीसीटीवी नष्ट होने के साथ अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस आगलगी की घटना में तकरीबन एक करोड़ से भी अधिक राशि का रेल को नुकसान हुआ है. जांचकर्ता अपने सूत्रों के हवाले से सबसे पहले सदन पटेल को ढूंढ लिया, जिसके बाद उन्होंने सदन की निशानदेही पर वेल्डर को पकड़ा. दोनों को आरपीएफ ने न्यायिक हिरासत में भेजा, जहां से दोनों को जेल भेजा गया है. किऊल आरपीएफ निरीक्षक सह प्रभारी प्रशांत कुमार ने बताया कि सदन अपने बयान में रेल कर्मियों का नाम बताया है, जिसकी जांच चल रही है. जांच पड़ताल के बाद कानूनी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने साफ लहजा में कहा कि दोषी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. ——————————————-

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