जिले में कालाजार उन्मूलन के लिए छिड़काव कार्य संपन्न
जिले में कालाजार उन्मूलन के लिए छिड़काव कार्य संपन्न
लखीसराय. कालाजार उन्मूलन के लिए जिले में सिंथेटिक पाउडर का छिड़काव मंगलवार को संपन्न हो गया. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि जिले को कालाजार मुक्त बनाने के लिए हम हर स्तर पर प्रयासरत हैं. इस सार्थक प्रयास में सभी की भागीदारी जरूरी है. कालाजार बालू मक्खी के काटने से होता है. बालू मक्खी अक्सर नमी वाले क्षेत्रों में पनपती है, इसलिए अपने घर के अंदर और बाहर नमी से बचें. उचित साफ-सफाई बनाए रखें. साथ ही, अगर आपके घर की दीवारें मिट्टी की बनी हैं, तो उसमें मौजूद दरारों को अवश्य भर दें, क्योंकि इन दरारों में अक्सर नमी जमा हो जाती है व मच्छर पनपने लगते हैं. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें. यह अभियान जिले के तीन प्रखंडों सदर लखीसराय, सूर्यगढ़ा व पिपरिया में चलाया गया. जिले में कालाजार उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर काम कर रहा है. गांवों में समय-समय पर कालाजार पहचान अभियान भी चलाया जाता है. आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों की पहचान करती हैं. उन्हें इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाने में मदद करती हैं. वे समुदाय को कालाजार की रोकथाम व लक्षणों के बारे में भी शिक्षित करती हैं. कहा कि विश्व स्तर पर 20 से अधिक विभिन्न लीशमैनिया परजीवी हैं, जो इस बीमारी का कारण बनते हैं. सैंड फ्लाई परजीवियों को फैलाती हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
