भेदभाव के खिलाफ हड़ताल, हलसी केवीके के वैज्ञानिक व कर्मचारी धरने पर बैठे

भेदभाव के खिलाफ हड़ताल, हलसी केवीके के वैज्ञानिक व कर्मचारी धरने पर बैठे

By Rajeev Murarai Sinha Sinha | September 23, 2025 6:40 PM

हलसी. हलसी कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के वैज्ञानिक व कर्मचारी मंगलवार को एक दिवसीय कलम बंद हड़ताल पर रहे. यह आंदोलन गैर-आइसीएआर कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रति पक्षपातपूर्ण रवैये व कर्मचारियों को समान सुविधाएं न दिए जाने के विरोध में आयोजित किया गया. हड़ताल का आह्वान नेशनल फोरम ऑफ केवीके और एआइसीआरपी संगठनों द्वारा किया गया था. हलसी केवीके परिसर में वरीय वैज्ञानिक सह प्रभारी सुरेश चौधरी की अध्यक्षता में वैज्ञानिक व कर्मचारी धरना पर बैठे. इस दौरान उन्होंने एक स्वर में कहा कि सरकार को तुरंत एक राष्ट्र, एक केवीके नीति लागू करनी चाहिए. साथ ही परोदा उच्चाधिकार प्राप्त समिति की अनुशंसा पर अमल करते हुए गैर-आइसीएआर केंद्रों के कर्मचारियों को भी आइसीएआर केंद्रों के समकक्ष वेतनमान, भत्ते और सेवा लाभ प्रदान किए जाएं. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि वर्तमान में एक ही सरकारी वित्त पोषित योजना के अंतर्गत समान कार्य करने के बावजूद गैर-आइसीएआर केंद्रों के कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. आइसीएआर-नियंत्रित केंद्रों के कर्मचारियों को पदोन्नति, बेहतर वेतनमान और सेवा लाभ मिलते हैं, जबकि गैर-आईसीएआर केंद्रों के कर्मचारी कम वेतन और सीमित अवसरों से जूझ रहे हैं. कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि आइसीएआर अक्सर विरोधाभासी परिपत्र जारी करता है, जिससे गैर-आईसीएआर केंद्रों के कर्मचारियों का मनोबल गिरता है और कार्य वातावरण प्रतिकूल बन जाता है. इसका सीधा असर अनुसंधान व किसानों तक ज्ञान विस्तार जैसी गतिविधियों पर पड़ रहा है. धरना-प्रदर्शन में कृषि विज्ञान केंद्र हलसी के वरीय वैज्ञानिक सह प्रभारी डॉ सुधीर चंद चौधरी, डॉ विनोद कुमार सिंह, डॉ सुनील कुमार सिंह, डॉ रेणु कुमारी, डॉ निशांत प्रकाश सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे.

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