विनोद साह हत्याकांड में किऊल जीआरपी एवं किऊल थाना की पुलिस जिद पर अड़ी

किऊल डायवर्शन के समीप जख्मी अवस्था में बरामद होने के बाद इलाज के लिए पटना ले जाने के क्रम में ढोलकिया विनोद साह के मौत मामले में हत्या किये जाने की चर्चा हो रही है. मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया.

By Rajeev Murarai Sinha Sinha | December 26, 2025 7:27 PM

घटना के 24 घंटे बाद भी नहीं हुआ एफआईआर दर्ज, ढोलकिया विनोद साह हत्याकांड में मुहल्ले के युवक पर लगा रहे आरोप

प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर जीआरपी व किऊल थाना एक दूसरे का बता रहे क्षेत्र

लखीसराय. किऊल डायवर्शन के समीप जख्मी अवस्था में बरामद होने के बाद इलाज के लिए पटना ले जाने के क्रम में ढोलकिया विनोद साह के मौत मामले में हत्या किये जाने की चर्चा हो रही है. मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया. प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर किऊल जीआरपी एवं किऊल थाना घटनास्थल को अपने क्षेत्राधिकार से बाहर बता रहे हैं. जिसके कारण कार्रवाई नहीं हुई है. बता दे कि विनोद साह मूलरूप से पटना सिटी का रहने वाला था. पांच वर्ष पूर्व वह किन्नर गुंजा के यहां उसका पति बनकर उसके घर में रहा करता था. आधार कार्ड में किन्नर गुंजा के पति का नाम विनोद साह ही था. विनोद की हत्या को लेकर मुहल्ले में कई तरह की चर्चा छिड़ी हुई है. हालांकि किन्नर गूंजा अपने मुहल्ले के टीम लड़के पर ही विनोद की हत्या कर देने का आरोप लगा रही है. विनोद पटना सिटी में चाय बेचता था. गत पांच वर्षों से वह किन्नर गुंजा के साथ ढोलकिया के रूप में काम करने लगा था. विनोद साह की मौत को लेकर जितनी जुबान उतनी चर्चा वाली बात हो रही है. बताया जा रहा है कि मृतक का वृंदावन में कोई अचल संपत्ति नहीं था. जिसके कारण उसकी हत्या भला कैसे हो सकती है. इसके साथ ही मृतक के साथ किसी का कोई दुश्मनी भी नहीं बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि मृतक को जख्मी अवस्था में बरामद कर किऊल जीआरपी के द्वारा सदर अस्पताल भेजा गया था, लेकिन स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था. किऊल जीआरपी थानाध्यक्ष मसूदन प्रसाद ने महानिरीक्षक जीआरपी का हवाला देते हुए बताया कि किसी भी तरह का रेल पटरी, सिंगनल टू सिंगनल, रेलवे यार्ड एवं ट्रेन पर अपराध छोड़कर रेलवे के अन्य स्पॉट पर अपराध होने पर उसकी कार्रवाई स्थानीय पुलिस थाना को करना है. वहीं किऊल थानाध्यक्ष विजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हाल के दिनों में किऊल रेल फील्ड के समीप हुई घटना में किऊल जीआरपी द्वारा कार्रवाई की गयी है. एक ओर घटना में भी किऊल जीआरपी के द्वारा कार्रवाई की गयी है. रेलवे हाता में स्थानीय पुलिस का हत्यक्षेप जीआरपी एवं आरपीएफ द्वारा नहीं करने दिया जाता है. फिर इस मामले से किऊल जीआरपी पलड़ा क्यों झाड़ रही है.

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मारपीट व छिनतई मामले का दो आरोपी गिरफ्तारप्रतिनिधि, पीरीबाजार. स्थानीय थाना क्षेत्र में पुलिस ने गुरुवार रात को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. दोनों मार-पीट एवं छिनतई के आरोपी शामिल हैं. सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. थानाध्यक्ष रोहित कुमार ने बताया कि घोसैठ निवासी अरुण कुमार एवं गुलशन कुमार के खिलाफ पीरीबाजार थाना में पिछले महीने मार-पीट एवं छिनतई का मामला दर्ज किया गया था. ये दोनों अभियुक्त फरार चल रहे थे. गुरुवार रात को गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने घोसैठ गांव में छापामारी कर गिरफ्तार किया. पुलिस ने शुक्रवार को दोनों अभियुक्तों को न्यायालय प्रस्तुत किया, जहां से अदालत के आदेश पर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

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