हर्ष फायरिंग जैसा दिखा दृश्य, जांच में निकला आतिशबाजी उपकरण
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के लखीसराय आगमन के दौरान स्वागत जुलूस का एक वीडियो वायरल होने के बाद बड़हिया पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की
बड़हिया. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के लखीसराय आगमन के दौरान स्वागत जुलूस का एक वीडियो वायरल होने के बाद बड़हिया पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की. वीडियो में दो व्यक्तियों को हर्ष फायरिंग जैसी हरकत करते हुए देखा गया था. पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर उनके पास से बंदूक जैसी दिखाई देने वाली वस्तु भी जब्त की. एसपी अजय कुमार के निर्देश पर उपकरण की तकनीकी जांच आर्मरर से करायी गयी. जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि बरामद वस्तु कोई घातक हथियार नहीं, बल्कि शादी-विवाह और उत्सवों में आवाज पैदा करने वाला पारंपरिक आतिशबाजी उपकरण है. इससे जान-माल का कोई खतरा नहीं होता. पूछताछ में दोनों व्यक्तियों ने बताया कि उनका खानदानी काम शादियों एवं समारोहों में आतिशबाजी करना है. ग्रामीण इलाकों में इस प्रकार के उपकरण का उपयोग जंगली जानवर जैसे सियार, भालू और सूअर को डराने के लिए भी किया जाता है. पुलिस ने प्रस्तुत लाइसेंस की भी जांच की. वह लाइसेंस सेल्फ-प्रोटेक्शन श्रेणी का पाया गया, जो इस तरह के आतिशबाजी उपकरण पर लागू नहीं होता. तथ्यों के आधार पर दोनों को बांड पर छोड़ दिया गया. जांच पूर्ण होने के बाद पुलिस ने बरामद उपकरण को संबंधित व्यक्तियों को वापस भी कर दिया. पुलिस ने स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो में दिखी घटना “हर्ष फायरिंग” की श्रेणी में नहीं आती, क्योंकि उपकरण पूरी तरह गैर-घातक है और आतिशबाजी के लिए प्रयुक्त होता है. ————————————————————————————–
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