जिले के आदिवासी गांवों के प्रतिनिधियों संग डीएम ने की बैठक
समाहरणालय स्थित मंत्रणा कक्ष में रविवार को जिले के आदिवासी गांवों के प्रतिनिधियों के साथ डीएम मिथिलेश मिश्र ने बैठक की
लखीसराय. समाहरणालय स्थित मंत्रणा कक्ष में रविवार को जिले के आदिवासी गांवों के प्रतिनिधियों के साथ डीएम मिथिलेश मिश्र ने बैठक की. जिले के कानीमोह, कछुआ, लठिया, बासकुंड, श्रीकिशुन, घोड़सारन, महजनमा, सतघरवा, बुद्धम, जमुनियां, बुधौली बनकर, रामतरीगंज, जगुआजोर, सितला टोला, काशी टोला व पंचभूर स्थान के आदिवासी ग्रामीण शामिल हुए. बैठक के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि आदिवासी समाज में खेलकूद के प्रति गहरा लगाव है. युवक-युवतियों की तीन से पांच फुटबॉल टीमें हैं, परंतु सही मार्गदर्शन के अभाव में वे सामान्य प्रतिस्पर्धा से वंचित रह जाते हैं. योजनाओं की जानकारी न होने से भी लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिसपर डीएम ने कहा कि जो भी पढ़े लिखे युवा हैं, एक व्हाट्सएप समूह बना लें उसमें उन्हें भी जोड़ लें, ताकि वे स्वयं योजनाओं की सूचना व मार्गदर्शन समय दे सकेंगे. उन्होंने आश्वस्त किया कि जल्द ही आदिवासी प्रतिभाओं के बीच फुटबॉल मैच आयोजित होगा. डीएम ने शिक्षा, संस्कृति और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी हरसंभव सहयोग देने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि भूमिहीन लोगों के लिए बासगीत पर्चा तथा जिनके पास राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड नहीं है, उनका कार्ड जरूर बनाया जाय. अधिकारियों को भी उन्होंने निर्देश दिया. बैठक के दौरान समाजसेवी प्रमोद शर्मा ने रामतलीगंज, लठिया और कछुआ गांवों के विद्यालयों को उत्क्रमित करने की मांग रखी. जिला के आदिवासी समाज में एकमात्र स्नातक पप्पू कोड़ा ने बेरोजगारी की समस्या उठायी, जिस पर जिलाधिकारी ने स्वरोजगार योजनाओं व सरकारी नौकरियों के अवसरों की जानकारी देने का भरोसा दिलाया. बैठक में वरीय उप समाहर्ता शशि कुमार, खेल पदाधिकारी रवि कुमार, संस्कृति कर्मी रविराज पटेल, शिक्षक अनिल कोड़ा, नंदकिशोर कोड़ा, सार्जन कोड़ा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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