कुशल प्रसव सहयोगी का प्रशिक्षण शिशु जीवन के लिए आवश्यक: सीएस
मातृ व नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने में प्रसव कक्ष में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों की दक्षता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है
किशनगंज मातृ व नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने में प्रसव कक्ष में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों की दक्षता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है. गर्भावस्था के अंतिम चरण से लेकर प्रसव और प्रसवोत्तर अवधि तक यदि प्रशिक्षित एवं कुशल स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध हों, तो अधिकांश जटिलताओं से समय रहते निपटा जा सकता है. इसी उद्देश्य से राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा-निर्देशों के आलोक में जिले में आयोजित कुशल प्रसव सहयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रम रविवार को सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ. प्रशिक्षण नोडल सुमन सिन्हा ने बताया कि एक दिसंबर से 21 तक आयोजित इस इक्कीस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के विभिन्न स्वास्थ्य उपकेंद्रों, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा सामुदायिक क्षेत्रों में कार्यरत सहायक नर्स दाई को शामिल किया गया. प्रशिक्षण के दौरान सामान्य सुरक्षित प्रसव, प्रसव के समय उत्पन्न होने वाली जटिलताओं की पहचान, समय पर संदर्भण, प्रसवोत्तर अत्यधिक रक्तस्राव का प्रबंधन, नवजात शिशु की प्राथमिक देखभाल, संक्रमण से बचाव तथा आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित निर्णय जैसे विषयों पर विशेष बल दिया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम की समाप्ति के अवसर पर आयोजित समारोह में सिविल सर्जन द्वारा सभी सफल प्रतिभागी सहायक नर्स दाई को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया. इस अवसर पर सिविल सर्जन ने अपने संबोधन में कहा कि कुशल प्रसव सहयोगी का प्रशिक्षण मातृ और शिशु जीवन की सुरक्षा के लिए आवश्यक है. प्रसव कक्ष में तैनात प्रशिक्षित सहायक नर्स दाई किसी भी स्वास्थ्य व्यवस्था की मजबूत कड़ी होती हैं. प्रशिक्षण कार्यक्रम की नोडल सुमन सिन्हा ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य केवल प्रशिक्षण संख्या बढ़ाना नहीं है, बल्कि प्रसव सेवाओं की गुणवत्ता को जमीनी स्तर पर मजबूत करना है.
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