आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण: जागरूकता की नई दिशा

किशनगंज ग्रामीण प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे अपने केंद्रों पर पोषण जागरूकता बढ़ा सकें.

By Prabhat Khabar News Desk | February 25, 2025 9:09 PM

एनीमिया मुक्त भारत अभियान: किशनगंज में स्वास्थ्य जागरूकता की नई पहल

किशनगंज.जिले में एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यापक स्तर पर गतिविधियां संचालित की जा रही हैं. इसी कड़ी में किशनगंज ग्रामीण प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे अपने केंद्रों पर पोषण जागरूकता बढ़ा सकें और गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं एवं छोटे बच्चों में एनीमिया की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठा सकें. शिविर में बच्चों को संतुलित आहार में हरी सब्जियों, गुड़, दाल, और फलों को शामिल करने की सलाह दी गई. साथ ही, सर्दियों में स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सही खानपान और गर्म कपड़े पहनने के निर्देश दिए गए.

आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण: जागरूकता की नई दिशा

किशनगंज ग्रामीण प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण देकर पोषण और एनीमिया की रोकथाम पर विशेष जानकारी दी गई. इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, और छोटे बच्चों में एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना और आयरन युक्त आहार को प्रोत्साहित करना था. सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने इस अवसर पर कहा “एनीमिया से मुक्त समाज बनाने के लिए हमें घर-घर तक पोषण जागरूकता पहुंचानी होगी. आंगनबाड़ी सेविकाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. यदि बचपन से ही सही पोषण की आदतें विकसित की जाएं, तो आने वाली पीढ़ी को एनीमिया जैसी समस्याओं से बचाया जा सकता है|जिलाधिकारी विशाल राज ने भी इस अभियान की सराहना करते हुए कहा “एनीमिया मुक्त भारत अभियान हमारी अगली पीढ़ी को स्वस्थ और सशक्त बनाने का एक प्रभावी माध्यम है. स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और समुदाय स्तर पर जागरूकता बढ़ाकर हम किशनगंज जिले को एनीमिया मुक्त बना सकते हैं.

स्वस्थ समाज के लिए एकजुट प्रयास

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की किशनगंज ग्रामीण प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण, दोनों ही पहल एनीमिया मुक्त भारत अभियान को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण हैं. एनीमिया जैसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए सिर्फ सरकारी प्रयास ही काफी नहीं हैं. समाज के हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी. बच्चों, किशोरियों, और महिलाओं के आहार में हरी सब्जियां, दालें, गुड़, फल, और आयरन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें. नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं और सही पोषण की आदतें अपनाएं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है