ओटीपी सिस्टम लागू होने के बाद भी नहीं मिल रहा तत्काल टिकट, यात्री परेशान
ओटीपी सिस्टम लागू होने के बाद भी नहीं मिल रहा तत्काल टिकट, यात्री परेशान
ठाकुरगंज. तत्काल टिकट बुकिंग में हो रही धांधली व फर्जी नंबरों के इस्तेमाल को रोकने के लिए रेलवे ने बड़े बदलाव का दावा करते हुए तत्काल टिकट बुक करने के लिए ओटीपी अनिवार्य कर दिया. सिस्टम लागू हुए तीन सप्ताह हो गए. लेकिन आज भी आइआरटीसी वेबसाइट से टिकट बुकिंग करना एक सपना बन गया है. ठाकुरगंज के दर्जनों लोगों ने नए सिस्टम के बावजूद तत्काल टिकट नहीं मिलने की शिकायत करते हुए कहा की जिस तरह रेलवे नया प्रयोग कर रहा है. आम आदमी का तुरंत कार्यक्रम बनाकर यात्रा करना सपना बनते जा रहा है. मंगलवार को टिकट बनाने में नाकाम रहे अमरजीत चौधरी ने बताया कि दो दिनों से तत्काल टिकट का ट्राई कर रहे है. आज तीसरे दिन भी ऑनलाइन टिकट नहीं ले पाये. उन्होंने बताया की उनका परिवार बैंगलोर से शिरडी जाने का प्रोग्राम है, अब रेलवे के सिस्टम ने सब कुछ खत्म कर दिया. पहले तो जेनरल टिकट नहीं मिलने पर यात्री तत्काल टिकट लेने की सोचता है. बताते चले कि अब तत्काल टिकट बनाने के दौरान यात्रियों को असली मोबाइल नंबर वेरीफाई करना होता है. नयी व्यवस्था के अंतर्गत, तत्काल टिकट बुकिंग के समय यात्री के द्वारा जो मोबाइल नंबर ऑनलाइन भरा जाता है, उस मोबाइल नंबर पर एक वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजा जाता है. जिसके सत्यापन के बाद टिकट की बुकिंग होती है. रेलवे का दावा है कि इससे फर्जी बुकिंग व दलालों की गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगेगी. वास्तविक यात्रियों को तत्काल टिकट प्राप्त करने में सुविधा होगी. मालूम हो कि यह नया सिस्टम सिर्फ ऑनलाइन तरीके तक सीमित नहीं है. यह आइआरसीटीसी वेबसाइट, मोबाइल ऐप, कंप्यूटराइज्ड पीआरएस काउंटर व अधिकृत रेलवे एजेंट सभी पर लागू किया गया है. ऐसे में अब किसी भी माध्यम से तत्काल टिकट बुक करने के लिए ओटीपी अनिवार्य हो गया है.
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