मार्गशीर्ष की पूर्णिमा पर भक्तों ने की विशेष पूजा
फटिक महाराज ने बताया कि वैदिक मान्यताओं के अनुसार मार्गशीर्ष मास में की गई पूजा
ठाकुरगंज मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा पर गुरुवार को धार्मिक उत्सव की परंपरा के अनुसार ठाकुरगंज के हिन्दू मिलन मंदिर में भक्तों ने विशेष पूजा कर भोग अर्पित किया. मालूम हो कि मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा हिन्दू पंचांग में अत्यंत पवित्र और शुभ मानी जाती है. इसे भक्ति, दान और आध्यात्मिक उन्नति का अवसर माना जाता है. इस दौरान फटिक महाराज ने बताया कि वैदिक मान्यताओं के अनुसार मार्गशीर्ष मास में की गई पूजा, व्रत और दान का फल अन्य मासों की तुलना में कई गुना अधिक मिलता है. यही कारण है कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा को सबसे शुभ और मंगलकारी तिथि माना जाता है. यह दिन विशेष रूप से मां अन्नपूर्णा, भगवान विष्णु और सूर्य देव की आराधना के लिए आदर्श माना जाता है.
मार्गशीर्ष पूर्णिमा का महत्व
मार्गशीर्ष पूर्णिमा का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यंत गहरा माना जाता है. शास्त्रों में मार्गशीर्ष मास को भगवान विष्णु का प्रिय मास बताया गया है, वहीं ब्रह्माजी की कृपा भी इस मास में विशेष रूप से प्राप्त होती है. मान्यता है कि इस मास में किया गया उपवास, जप, ध्यान और दान कई गुना फल देता है. साधक को मानसिक शांति, घर परिवार में स्थिरता और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है. इस दिन गंगा स्नान, तुलसी पूजन, विष्णु सहस्रनाम का पाठ और दान करने से पुण्य में वृद्धि होती है. कहा जाता है कि इस पूर्णिमा पर किया गया पुण्य कर्म मोक्ष की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
