किशनगंज विधान सभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी ने लहराया जीत का परचम
किशनगंज विधान सभा क्षेत्र से कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे. जिनमें कांग्रेस प्रत्याशी कमरूल होदा ने जीत हासिल की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी स्वीटी सिंह को पराजित किया.
फोटो 2 अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी कमरूल होदा व अन्य
प्रतिनिधि, किशनगंजकिशनगंज विधान सभा क्षेत्र से कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे. जिनमें कांग्रेस प्रत्याशी कमरूल होदा ने जीत हासिल की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी स्वीटी सिंह को पराजित किया. ध्यातव्य है कि कमरूल होदा दूसरी बार विधायक बने है. पहली बार एआईएमआईएम की टिकट पर किशनगंज विधान सभा क्षेत्र से ही उप चुनाव में वर्ष 2019 में निर्वाचित हुए थे.कमरूल होदा को कांग्रेस ने अपने सीटिंग एमएलए इजहारूल हुसैन का टिकट काटकर इन्हें इस बार टिकट दिया था. श्री होदा पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरे और 12794 मतों से जीत हासिल की.
जीत से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हर्ष
किशनगंज.
किशनगंज विधान सभा में विजय हासिल होने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. कार्यकर्ताओं ने विजयी प्रत्याशी कमरूल होदा का जोरदार अभिनंदन किया. मिठाईयां बांटे व एक दूसरे के गले लगकर बधाई दी.कांग्रेस ने बचायी अपनी सीट
किशनगंज .
54 किशनगंज विधानसभा क्षेत्र से कुल 10 अभ्यर्थी मैदान में थे. जिसमें आम आदमी पार्टी से असरफ आलम को 1111 मत, इंडियन नैशनल कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी मो कमरूल होदा को 89669, बहुजन समाज पार्टी से प्रदीप रविदास के 1369, भाजपा से स्वीटी सिंह 76875, जन सुराज पार्टी से मो इसहाक आलम 1904, जनशक्ति जनता दल से तारिक अनवर 749, एआईएमआईएम से शम्स आगाज 51370, निर्दलीय अब्दुर रहमान 926, प्रवेज आलम 665, मो वसीम 906 मत मिले. जबकि 1498मतदाओं ने नोटा का बटन दबाया.मेरी जीत आवाम की जीत है- कमरूल
किशनगंज .विजयी प्रत्याशी ने कहा कि मेरी जीत जनता की जीत है. कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है तभी आज यह जीत हासिल हुई है. मैं आम जनता का शुक्रगुजार हूं एवं कार्यकर्ताओं की मेहनत को सलाम करता हूं. उन्होंने कहा कि जनता ने जिस उम्मीद व भरोसे के साथ मुझे जिताया है, मैं कोशिश करूंगा की उनकी उम्मीदों पर खड़ा उतर सकूं. जनता से जो वादा किया है रोजगार, पलायन,बिजली,पानी सभी मुद्दों पर काम करेंगे. उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस और महागठबंधन की हार पर कहा कि इसे लेकर आत्ममंथन किया जायेगा और सीमांचल में एआईएमआईएम के द्वारा मुस्लिम वोटों का बिखराव महागठबंधन की विफलता की बड़ी वजह रही..डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
