नुनियाडांगी गांव में विद्यालय नहीं रहने से पढ़ाई से वंचित बच्चें
वहीं गांव से साढ़े तीन किमी की दूरी पर मध्य विद्यालय दलुआहाट अवस्थित है
पहाड़कट्टा पोठिया प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत अंतर्गत नुनियाडांगी गांव के लोगों ने गांव में प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की मांग की.स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गांव में प्राथमिक विद्यालय नहीं होने से यहां के बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से नहीं जुड़ पा रहे है.शिक्षा विभाग की ओर से आश्वासन भी दिया गया था,लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास शुरू नहीं किया गया है. बता दें कि नुनियाडांगी गांव में अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोग बड़ी संख्या में वास करते हैं.इस गांव से चार किमी की दूरी पर जहां उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोधीगछ है,तो वहीं गांव से साढ़े तीन किमी की दूरी पर मध्य विद्यालय दलुआहाट अवस्थित है.इस गांव में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या एक सौ से अधिक है. विद्यालय की दूरी रहने के कारण छोटे बच्चे स्कूल जाने से अक्सर कतराते है.ग्रामीणों ने कहा कि विद्यालय की मांग वे लोग लंबे समय से कर रहे है.लेकिन इस दिशा में किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है.पोठिया प्रखंड मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित मिर्जापुर पंचायत डोंक नदी के किनारे बसा है. नूनियाडांगी गांव की कुल आबादी लगभग एक हजार से अधिक है.लेकिन एक अदद प्राथमिक विद्यालय नहीं होने से आदिवासी समुदाय के बच्चें शिक्षा की रोशनी से कोसों दूर है.मिर्जापुर पंचायत के मुखिया बरियार मरांडी ने बताया कि वार्ड संख्या-4 के नूनियाडांगी आदिवासी टोले में प्राथमिक विद्यालय की स्थापना के लिए उनके द्वारा विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था,पर कोई जवाब आजतक नहीं आया.उन्होंने बताया कि एक हजार की आबादी पर एक प्राथमिक विद्यालय के स्थापना का नियम है,बावजूद विभाग के लोग इसे नजरअंदाज कर रहे है.गांव में स्कूल नहीं होने से आदिवासी टोले के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ रहे है.
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