बाल तस्करी रोकने के लिए अभियान रहेगा जारी : प्रियरंजन चकमा
गुरुवार को एसएसबी 12वीं वाहिनी के एफ समवाय दिघलबैंक एवं जन निर्माण केंद्र (एनजीओ) ने जांच अभियान चलाया
दिघलबैंक गुरुवार को एसएसबी 12वीं वाहिनी के एफ समवाय दिघलबैंक एवं जन निर्माण केंद्र (एनजीओ) ने जांच अभियान चलाया. दिघलबैंक चेक पोस्ट पर नियमित जांच अभियान के दौरान एक नाबालिग को नेपाल जाते हुए रोका गया. जांच के दौरान बालक ने अपना नाम मोहम्मद इसहाक (उम्र 11 वर्ष), पिता जियाउल हक, ग्राम लक्ष्मीपुर तालिब, पोस्ट लक्ष्मीपुर, जिला किशनगंज बताया. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह नेपाल में मजदूरी करने जा रहा था. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संयुक्त टीम ने तत्काल बालक को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू किया और इसकी सूचना दिघलबैंक थाना को दी. थाना के सहयोग से बालक के पिता को मौके पर बुलाया गया. आवश्यक कानूनी प्रक्रिया एवं समझाइश के बाद नाबालिग को उसके पिता की उपस्थिति में आगे की देखरेख एवं पुनर्वास हेतु जन निर्माण केंद्र (एनजीओ), किशनगंज को सौंप दिया गया. उल्लेखनीय है कि पिछले 10 दिनों के भीतर भारत–नेपाल सीमा क्षेत्र में नाबालिगों के नेपाल जाकर मजदूरी करने से जुड़े यह तीसरा मामला है, जिससे क्षेत्र में बाल मजदूरी की गंभीर समस्या उजागर हुई है. एसएसबी अधिकारियों असिस्टेंट कमांडेंट प्रियरंजन चकमा ने स्पष्ट कहा कि सीमा क्षेत्र में बाल तस्करी एवं बाल मजदूरी पर रोक लगाने के लिए संयुक्त जांच और जागरूकता अभियान लगातार जारी रहेंगे. एसएसबी की इस मानवीय पहल और जन निर्माण केंद्र की सक्रिय भूमिका की स्थानीय लोगों ने सराहना की है.
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