स्कूलों में चेहरे की पहचान कर छात्रों की ली जाएगी हाजिरी
सूबे के स्कूलों में अटेंडेंस रजिस्टर जल्द ही इतिहास बनने वाला है. अब चेहरे की पहचान कर छात्रों की हाजिरी ली जाएगी
-सरकारी विद्यालयों में अब बच्चों और शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन दर्ज होगी
-शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में डिजिटल हाजिरी व्यवस्था लागू करने की शुरुआत कर दीठाकुरगंज
सूबे के स्कूलों में अटेंडेंस रजिस्टर जल्द ही इतिहास बनने वाला है. अब चेहरे की पहचान कर छात्रों की हाजिरी ली जाएगी. सरकारी विद्यालयों में अब बच्चों और शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन दर्ज होगी. शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में डिजिटल हाजिरी व्यवस्था लागू करने की शुरुआत कर दी है. इसके तहत सभी सरकारी विद्यालयों में दो टैबलेट भी उपलब्ध करा दिया गया है. इसके बाद स्कूलों में प्रधानाचार्य के अलावे एक नोडल शिक्षक को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. इस बाबत प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अवधेश शर्मा ने बताया कि प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में टैब की आपूर्ति के बाद प्रशिक्षण दिया जा चुका है. अब छात्रों के रजिस्ट्रेशन का काम हो रहा है. उन्होंने बताया कि टैब में ई-शिक्षा कोष सहित विभाग के सभी जरूरी ऐप पहले से इंस्टॉल है और इस डिवाइस में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं है.बताते चले कि जनवरी के पहले सप्ताह से शुरू होने जा रही इस व्यवस्था के तहत हर क्लास टीचर को रोज अपने वर्ग के बच्चों का सामूहिक फोटो खींचना होगा, जिसे ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा.पारदर्शिता के लिए शुरू हुआ ऑनलाइन उपस्थिति कार्य
यह प्रणाली न केवल उपस्थिति दर्ज करने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगी, बल्कि मिड-डे मील में हो रहे फर्जीवाड़े पर भी अंकुश लगाएगी. प्रत्येक फोटो इस प्रकार ली जाएगी कि हर बच्चे का चेहरा साफ नजर आए और वर्ग की पूरी उपस्थिति दर्ज हो. एक टैबलेट का उपयोग बच्चों की उपस्थिति, मिड-डे मील और स्कूल गतिविधियों के लिए होगा, जबकि दूसरे टैबलेट से शिक्षक स्वयं अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे.एचएम व वर्ग शिक्षकों की आईडी से बनेगी हाजिरी, तय हुई है सबों की जिम्मेवारी
हाजिरी बनाने का काम एचएम और वर्ग शिक्षकों की आईडी से होगा. एमएम की आईडी से चेतना सत्र के साथ-साथ शिक्षक-शिक्षिकाओं की उपस्थिति का फोटो अपलोड होगा. वहीं वर्ग शिक्षकों की आईडी से क्लास के बच्चों की हाजिरी फेशियल रिकॉग्निशन तरीके से बनेगी. अब शिक्षकों की हाजिरी भी टैबलेट से बनेगी, ऐसे में शिक्षक शिक्षिकाओं को समय से स्कूल परिसर पहुंचना होगा. आगे चलकर पढ़ाने के दौरान की भी तस्वीरों को अपलोड करना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
