महिला संवाद कार्यक्रम में उभरीं स्थानीय आकांक्षाएं और जरूरतें

सावित्री कुमारी बिहार पुलिस में जाना चाहती है. कोचाधामन में खेल, एथलीट से जुड़ी गतिविधि के लिए स्टेडियम की आकांक्षा व्यक्त करती है. वे कहती है कि प्रखंड स्तर पर खेल स्टेडियम होने से ग्रामीण किशोरों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने में सहूलियत होगी. खास कर लड़कियों को सुविधा और सुरक्षित माहौल मिलेगा.

By AWADHESH KUMAR | May 14, 2025 8:23 PM

किशनगंज.सावित्री कुमारी बिहार पुलिस में जाना चाहती है. कोचाधामन में खेल, एथलीट से जुड़ी गतिविधि के लिए स्टेडियम की आकांक्षा व्यक्त करती है. वे कहती है कि प्रखंड स्तर पर खेल स्टेडियम होने से ग्रामीण किशोरों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने में सहूलियत होगी. खास कर लड़कियों को सुविधा और सुरक्षित माहौल मिलेगा. बुलादह पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में अपनी आकांक्षा व्यक्त करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं. वे कहती है कि राज्य सरकार से महिलाओं को सरकारी नौकरी में पैंतीस प्रतिशत आरक्षण मिलने से मुझ जैसे गरीब परिवार से आने वाली लड़कियों के मन में आगे बढ़ने की उम्मीद जगी है. मैं इस वर्ष इंटर पास की हूं. बिहार पुलिस की तैयारी में अभी से लग गई हूं. वहीं बुलादह पंचायत की लवली टीचर बनना चाहती है. महिला संवाद में अपनी आकांक्षा व्यक्त करते हुए वे कहती है कि आर्थिक स्थति और उपलब्धता की कमी के कारण हम सीमित किताबें ही खरीद पाते हैं. गांव–पंचायतों में लाइब्रेरी होनी चाहिए. जिससे हमें अधिक से अधिक पुस्तक उपलब्ध हो सके. लाइब्रेरी होने से हम कोर्स व प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए बौद्धिक तौर पर अधिक से अधिक विकसित और तैयार हो पायेंगे. उन्होंने सरकार से प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रखंड स्तर पर सुनियोजित, संस्थागत प्रयास की आकांक्षा व्यक्त की. बहादुरगंज प्रखंड के बनगामा पंचायत की अफरोजा बेगम ने प्रखंड स्तर पर अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने की मांग की. उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चौबीस घंटे डॉक्टर की उपलब्धता, ब्लड बैंक, सभी तरह की जाच की व्यवस्था इत्यादि से संबंधित अपनी आकांक्षा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर सुविधाएं बढ़ाने से ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को सहूलियत होगी. महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाएं खुल कर अपनी बातें रख रही हैं. बेबाकी से वे अपने विचार व्यक्त कर रही हैं. सभी सात प्रखंड के विभिन्न ग्राम संगठन में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में गांव–टोलो की स्थानीय आकांक्षा, समस्या सामने आ रही हैं. कार्यक्रम में अधिकांश महिलाएं, जन वितरण प्रणाली से मिलने वाले राशन की मात्रा में वृद्धि, वृद्धा, विधवा पेंशन, दिव्यांगता सामाजिक सुरक्षा के तहत मिल रही राशि में वृद्धि, आवास, छात्रवृत्ति, पोशाक, साइकिल योजना की राशि में वृद्धि के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर सड़क, गली–नाली की समस्या मजबूती से रख रही हैं.

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