सीमा के आस-पास बाल तस्करी की सूचना पर तुरंत होगी कार्रवाई

भारत-नेपाल सीमा से सटे दिघलबैंक क्षेत्र में शनिवार को एसएसबी एवं जन निर्माण केंद्र द्वारा बाल तस्करी और बाल विवाह रोकथाम को लेकर संयुक्त जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया

By AWADHESH KUMAR | December 11, 2025 8:32 PM

दिघलबैंक भारत-नेपाल सीमा से सटे दिघलबैंक क्षेत्र में शनिवार को एसएसबी एवं जन निर्माण केंद्र द्वारा बाल तस्करी और बाल विवाह रोकथाम को लेकर संयुक्त जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सीमा क्षेत्र में बढ़ते बाल तस्करी एवं मानव तस्करी के मामलों के प्रति लोगों को जागरूक करना तथा इनके विरुद्ध सामूहिक अभियान को मजबूत बनाना था.कार्यक्रम की अध्यक्षता एसएसबी के उप कमांडेंट दिनेश कुमार ने की. इस दौरान एसएसबी के जवानों के साथ जन निर्माण केंद्र के सामाजिक कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.कार्यशाला में बाल तस्करी, मानव तस्करी और बाल विवाह के कारण, प्रभाव एवं रोकथाम पर विस्तार से चर्चा की गई. जन निर्माण केंद्र के सचिव राकेश कुमार सिंह ने कहा कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी और जन निर्माण केंद्र की 24 घंटे सक्रिय उपस्थिति बनी रहेगी. सीमा के आस-पास किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि या बाल तस्करी की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि दोनों संस्थाएं मिलकर क्षेत्र को बाल तस्करी मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. एसएसबी के उप कमांडेंट दिनेश कुमार ने कहा कि सीमा क्षेत्र में अपराध नियंत्रण एसएसबी की प्राथमिक जिम्मेदारी है. बाल श्रम, बाल विवाह एवं मानव तस्करी रोकने में जन निर्माण केंद्र के प्रयास सराहनीय हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त पहल से इस दिशा में और अधिक प्रभावी परिणाम सामने आएंगे. वहीं, सहायक कमांडेंट प्रिया रंजन चकमा ने कहा कि एसएसबी बाल श्रम और बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को मजबूती से समर्थन देता है. उन्होंने कहा कि स्थानीय समाज के सहयोग से ही बाल तस्करी जैसी कुरीतियों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है.कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने बाल तस्करी और मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता फैलाने एवं इसके उन्मूलन में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया.

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