Bihar: किशनगंज में धनुष-बाण लेकर सड़क पर उतरे उग्र आदिवासी, रोलर से कुचलकर मजदूर की मौत के बाद काटा बवाल

Bihar News: किशनगंज में नेशनल हाइवे के निर्माण कार्य के दौरान प्रोजेक्ट बनाने वाली कंपनी के कैंप में एक मजदूर की मौत रोलर से कुचलकर हो गयी. जब अस्पताल ले जाया गया तब उसकी सांसे चल रही थी. वहीं आदिवासी परिजन तीर कमान वगैरह लेकर सड़क पर उतर गये.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 28, 2022 9:36 AM

Bihar News: किशनगंज में गलगलिया – अररिया राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327 इ के चौड़ीकरण कार्य में लगे निर्माण कंपनी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट में चौकीदार के रूप में कार्यरत एक आदिवासी मजदूर की संदेहास्पद स्थिति में मौत गयी. कुर्लीकोट थाना क्षेत्र में घटित इस घटना में ग्रामीणों का गुस्सा तब चरम पर पहुंच गया. जब मृतक के परिजनों को विश्वास में लिए बिना शव को पोस्टमार्टम के लिए किशनगंज सदर अस्पताल भेज दिया.

तीर कमान लेकर उतरे आदिवासी, जमकर काटा बवाल

शनिवार की देर शाम को घटित घटना की खबर रविवार को आग की तरह फ़ैल गई, जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में आदिवासियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट में जमकर बवाल काटा. पारंपरिक हथियारों से लैस आदिवासी समाज के युवा व महिलाएं अचानक उग्र हो गये और कैंप के अंदर तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया और कई वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया.इसके बाद आक्रोशित लोगों ने कैंप के सामने और जलेबिया मोड़ पर एनएच 327 इ को जाम कर दिया. जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी.

कंपनी के रोलर से कुचलकर मौत

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी के रोलर से शनिवार रात एक आदिवासी युवक की कुचलने से मौत हो गयी. मृतक मनोज किस्कू उम्र लगभग 22 वर्ष पिता देवी दास किस्कु साकिन बीरटोला सखुआडाली निवासी था जो जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी में गार्ड के पद पर कार्यरत था.

Also Read: समस्तीपुर में तेज रफ्तार बोलेरो ने बरपाया कहर, पूजा करने जा रहे 15 लोगों को कुचला, 9 की हालत गंभीर
नाराजगी की वजह जानें

शनिवार रात लोधाबाड़ी के पास कैंप में रोलर की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया. वहां मौजूद कंपनी के कर्मियों ने आनन फानन में घायल मनोज किस्कों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई. इसके बाद बिना परिजनों को सूचित किये पोस्टमार्टम के लिए लाश को किशनगंज भेज दिया गया. यही बात आदिवासियों के बीच असंतोष का कारण बना और आदिवासी समुदाय के लोगों ने इसे हत्या का मामला मान उग्र रूप धारण कर हंगामा करने लगे.

आक्रोशित लोगों को समझाया गया

रविवार को इस घटना के बाबत आदिवासियों के उग्र होकर कैंप पहुंचने और वहां बवाल काटने की सूचना पर सर्किल इंस्पेक्टर के नेतृत्व में ठाकुरगंज सर्किल के सात थानों की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, पर उग्र आदिवासियों के रवैये को देखते हुए आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया. काफी प्रयास के बाद आर्थिक सहायता, पीड़ित परिवार के घर से एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन के बाद आक्रोशित लोगों को मनाया गया. इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली.

क्या कहते है परियोजना प्रबंधक

इस मामले में जीआर इंफ्रा के स्थानीय परियोजना प्रबंधक राम गोपाल राणा ने घटना को दुखद बताते हुए मनोज किस्कू शनिवार को नाइट ड्यूटी के दौरान अररिया- गलगलिया मुख्य सड़क मार्ग मालबस्ती (सियालडांगा चौक) प्वाइंट पर मनोज किस्कू तैनात था. वह खाना खाकर रोलर के नीचे ही सो गया. कुछ देर बाद बाद रोलर चालक को अंधेरे में कुछ दिखा नहीं और उसने रोलर स्टार्ट कर दिया और घटना घट गयी. लेकिन घटना के बाद मनोज किस्कू की सांसें चलता देख वहां मौजूद लोगों ने एंबुलेंस से तुरंत उसे जिला हॉस्पिटल भेजा गया, और इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. लेकिन रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गयी.

कहते है एसडीओ

एसडीओ अमिताभ कुमार गुप्ता ने बताया कि दोनों पक्षों की रजामंदी से मामले को खत्म कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि मृतक को नियमानुसार सहायता दी जायेगी.

Posted By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version