छठ पर्व को लेकर सूप टोकरी बनाने मेुं जुटे मल्लिक समुदाय के लोग

नगर परिषद क्षेत्र सहित अनुमंडल के प्रखंडों के मल्लिक समुदाय के लोगों ने लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर पूरा परिवार सूप टोकरी बनाने में जुट गये हैं

By RAJKISHORE SINGH | October 17, 2025 9:49 PM

गोगरी. नगर परिषद क्षेत्र सहित अनुमंडल के प्रखंडों के मल्लिक समुदाय के लोगों ने लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर पूरा परिवार सूप टोकरी बनाने में जुट गये हैं. नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 22 स्थित मल्लिक टोला के गिरीश मल्लिक, हरी किशोर मल्लिक, शिवम मल्लिक आदि ने बताया कि महापर्व छठ में प्रखंड क्षेत्र सहित अन्य जिलों में बांस से बनी सूप-टोकरी की बड़ी संख्या में मांग होती है. जिसको लेकर मोहली व मल्लिक परिवार के लोग रात दिन मेहनत कर सूप-टोकरी बनाने में लग जाता है. बांस की बढ़ती कीमतों की वजह से मुनाफा बहुत कम मिलता है. इसके बावजूद महापर्व को लेकर इस पारंपरिक रोजगार से जुड़े परिवार को अच्छा मुनाफा हो जाता है. वर्ष में एक बार महापर्व के मौके से हुई आमदनी से घर चलाने में परेशानी तो होती है. परंतु अन्य रोजगार के नहीं मिलने पर पारंपरिक रोजगार को संजोए रखने का प्रयास किया जा रहा है. सूप-टोकरी के निर्माण से जुड़े परिवार ने बताया कि पहले बांस सस्ते दर में मिलता था और मुनाफा भी अच्छा हो जाता था. परंतु अब एक बांस की कीमत 100 से 130 रुपए में मिलता है. एक टोकरी बनाने में करीब तीन घंटे का समय लगता है. उन्होंने ने बताया कि बांस से निर्मित बनने वाले सूप टोकरी निर्माण करने में काफी मेहनत लगता है. वहीं हमलोग सूप की कीमत 100 से 150 तक और टोकरी की कीमत 300 से 400 तक बाजार दर देते है और 20 से 30 रुपए का बचत रहता है. इधर पर्व त्योहार को छोड़कर अन्य दिनों के कार्यों में बांस से बने सामानों की जगह प्लास्टिक उत्पादक ले लिया है.

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