खगड़िया सहित कई रेलवे स्टेशनों पर लगाये जायेंगे बॉटल क्रशर मशीन

विनय, खगड़िया : अब प्लास्टिक की खाली बोतल बेकार नहीं जायेगी. इससे भी आप कमाई कर सकते हैं. प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन ने नई तरकीब निकाली है. रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों की बोगियों में खाली बोतलों का कचरा न हो, इसके लिये रेलवे नायाब तरीका अपनाने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 13, 2019 5:54 AM

विनय, खगड़िया : अब प्लास्टिक की खाली बोतल बेकार नहीं जायेगी. इससे भी आप कमाई कर सकते हैं. प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन ने नई तरकीब निकाली है.

रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों की बोगियों में खाली बोतलों का कचरा न हो, इसके लिये रेलवे नायाब तरीका अपनाने जा रहा है. इस तरीके से ट्रेनों में या स्टेशन परिसरों में बोतलें जहां-तहां फेंकी नजर नहीं आएंगी. साथ ही यात्रियों को खाली प्लास्टिक बोतलों के बदले कमाई भी हो जायेगी.
प्लास्टिक की बोतलें जमा करने वालों को रेलवे प्रति बोतल पांच रुपये इनाम देगा. इसके लिये रेलवे ने कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए खगड़िया समेत सभी एवन व ए क्लास स्टेशनों पर बॉटल क्रशर मशीन लगाया जा रहा है. रेलवे स्टेशनों पर लगे बॉटल क्रशर मशीन के प्लास्टिक का इस्तेमाल टी-शर्ट बनाने के लिए होगा.
यात्रियों को एक खाली बोतल के लिए पांच रुपये का इनाम मिलेगा. यात्री को अपनी खाली बोतलों को बोतल क्रशर मशीन में डालना होगा. क्रशर मशीन में बोतल डालने के समय मोबाइल नंबर डालना पड़ेगा. उसके बाद बोतल के क्रश होते ही मोबाइल पर थैंक्यू मैसेज के साथ इनाम की राशि से संबंधित वाउचर मिल जाएगा. इस पैसे का इस्तेमाल कई चुनिंदा दुकानों और मॉल में सामान खरीदने के लिए कर सकते हैं.
एक प्लास्टिक का बोतल डालो व पांच रुपये का कूपन इनाम पाओ
पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने बताया कि खगड़िया सहित कई स्टेशनों पर रिवर्स वेंडिंग मशीनें (बॉटल क्रशर मशीन) लगाई जा रही है. इस मशीन में एक प्लास्टिक की खाली बोतल डालने पर पांच रुपये का इनाम दिया जायेगा. इसकी शुरुआत बिहार से हो चुकी है.
दरअसल रेलवे, पानी की इन खाली प्लास्टिक की बोतलों से टी-शर्ट और टोपी बना रहा है. सीपीआरओ श्री कुमार ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर बेकार पड़ी रहने वाली खाली पानी की प्लास्टिक की बोतलों से पूर्व मध्य रेलवे अब टी-शर्ट बना रही है. रेलवे की योजना है कि विभिन्न ट्रेनों की बोगियों व प्लेटफार्म पर यात्रियों द्वारा उपयोग के बाद फेंक दिए जाने वाले प्लास्टिक बोतल से होने वाले नुकसान को रोका जा सके. रेलवे के इस कदम से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी.
गीले व सूखे कचरे से खाद बनाने की तैयारी शुरू
इस योजना पर भी काम चल रहा है. इसके लिये विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ऑटोमेटिक कंपोस्टिंग मशीन लगाये जायेंगे. मिली जानकारी अनुसार स्टेशन पर गीला व सूखे कचरे से खाद बनाने व बेचने की योजना पर भी रेलवे काम कर रही है.
इस अभियान के पीछे का असली मकसद गंदगी और बदबू से यात्री को मुक्ति दिलाना है. रेलवे द्वारा बनाई जाने वाली खाद कोई भी व्यक्ति खरीदकर उपयोग कर सकता है. इसके लिए रेलवे द्वारा एक राशि का निर्धारण भी किया जाएगा. वहीं, इससे पर्यावरण प्रदूषण से निजात दिलाने में मदद मिलेगी.
एक रेले अधिकारी ने बताया कि एक स्टेशन पर 24 घंटे के अंदर डेढ़ क्विंटल कचरे से 25 किलो खाद बन कर तैयार होगी. कचरा जमा करने के लिए स्टेशनों पर दो तरह का डस्टबीन उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसमें लोग गीला व सूखा कचरा जमा कर सकेंगे. खगड़िया रेलवे स्टेशन पर आने वाले दिनों में 56 डस्टबिन लगाये जायेंगे.
जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगी टी-शर्ट
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि बोतलों को क्रश कर इसका लिक्विड बनता है, उसके बाद टी-शर्ट, टोपी आदि बनाई जाती है.
उन्होंने कहा कि इससे कलर पेंट भी बनाया जा सकता है. प्लास्टिक की बोतलों से तैयार टी-शर्ट सभी मौसम में पहनने लायक होंगे. टी-शर्ट बनाने के लिए रेलवे का मुंबई की एक कंपनी से करार हुआ है. जल्द ही इन प्लास्टिक की बोतलों से बना टी-शर्ट बाजार में लोगों के लिए उपलब्ध होगा.
इस तरह की योजना की शुरूआत हो जाने से स्टेशनों पर होने वाली गंदगी से रेल यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. और स्टेशन पर होने वाली अनावश्यक गंदगी से सफाई कर्मियों को आराम मिलेगा. उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में पटना में ऐसी ही टी-शर्टों की प्रदर्शनी लगाई गई थी, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया.
आगामी दो अक्टूबर तक खगड़िया रेलवे स्टेशन पर बॉटल क्रशर मशीन काम करना शुरु कर देगा. इस मशीन की मदद से प्लास्टिक कचरों का सही प्रबंधन कर प्रदूषण को रोका जाएगा. इसके अलावा विभिन्न प्लेटफार्मों पर यात्रियों के बैठने के लिये 50 स्टील बेंच लगाये जायेंगे.
साथ ही कचरा प्रबंधन के लिये स्टेशन परिसर में 56 डस्टबिन में लगेंगे. इसके अलावा यात्री सुविधा में विस्तार करते हुए एक और पैदल पहुंच पथ (एफओबी) का निर्माण कार्य स्टेशन के पूर्वी भाग में जारी है. रेल यात्रियों का सफर सुहाना बनाने के लिये रेलवे दृढ़संकल्पित है.
शैलेश कुमार, डीसीआई, खगड़िया.

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