शहर में नाला के उपर बने तीन फीट चौड़ी पैदल पथ का दुकानदारों ने कर लिया अतिक्रमण
शहर में नाला के उपर बने तीन फीट चौड़ी पैदल पथ का दुकानदारों ने कर लिया अतिक्रमण
– एमजी रोड, मंगलबाजार, न्यू मार्केट सहित सभी जगहों पर कब्जा, जिला प्रशासन व नगर निगम बेखबर कटिहार शहर की सड़कों को सुगम व जाममुक्त बनाने के लिए करोड़ों रुपये की लागत से कराये गये निर्माण कार्य अपने उद्देश्य से भटक गया है. नाला के ऊपर बनाये गये पैदल पथ जिनका मकसद आमलोगों को सुरक्षित और सुचारू आवागमन की सुविधा देना था. आज दुकानदारों के अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है. मंगल बाजार, एमजी रोड, न्यू मार्केट सहित शहर की लगभग सभी प्रमुख सड़कों पर कमोबेश यही स्थिति बनी हुई है. नगर निगम और जिला प्रशासन इस गंभीर समस्या से या तो बेखबर है या फिर इसे अनदेखी कर रहा है. खास तौर पर शहर का एमजी रोड, जो पहले से ही जाम की समस्या के लिए विख्यात रहा है. वहां स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है. सड़क निर्माण के दौरान दोनों ओर नाला बनाकर उसके ऊपर स्लैब डाला गया था. इसका उद्देश्य था कि लोग सड़क पर उतरने के बजाय पैदल पथ का उपयोग करें. जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित न हो और जाम की समस्या से राहत मिले. सड़क बनने के बाद कुछ समय तक चौड़ाई बढ़ी हुई नजर आयी. लेकिन धीरे-धीरे पैदल पथ पर दुकानदारों का कब्जा शुरू हो गया. आज हालात यह हैं कि दुकानदार अपनी दुकान की सीमा लांघकर पैदल पथ पर ही सामान सजा रहे हैं. कहीं घर के डेकोरेशन, साइकिल, बक्सा हैं तो कहीं कपड़े, जूते-चप्पल और अन्य सामान, पैदल चलने वालों के लिए बनाए गए रास्ते पर दुकानें सजने से लोग मजबूरी में सड़क पर चलने को विवश हैं. इसका सीधा असर यातायात व्यवस्था पर पड़ रहा है. जाम की समस्या फिर से विकराल रूप ले चुकी है. पैदल पथ पर लग रही दुकानें, कोई नहीं दे रहा है इस पर ध्यान एक तरफ जहां शहर के एमजी रोड की हालत ऐसी बनी हुई है तो दूसरी तरफ इसी तरह शाहिद चौक से बाटा चौक जाने वाली मंगलबाजार की सड़क स्थिति भी बेहद खराब है. यहां भी दोनों ओर बनाए गए पैदल पथ पर दुकानदारों ने पूरी तरह अतिक्रमण कर रखा है. सड़क के दोनों किनारे सिकुड़ जाने से बीच की सड़क भी संकरी हो गई है. नतीजतन थोड़ी सी भी भीड़ या वाहन बढ़ने पर घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है. स्कूली बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सभी को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है. जिला प्रशासन व निगम प्रशासन ध्यान दें तो जाम से मिलेगी निजात शहर के लोगों का कहना है कि यदि पैदल पथ को अतिक्रमणमुक्त किया जाय तो जाम की समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है. लोगों ने सवाल उठाया है कि जब नगर निगम और जिला प्रशासन नियमित रूप से अतिक्रमण हटाने की बात करती है, तो फिर इन प्रमुख सड़कों पर खुलेआम हो रहे कब्जे पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. कई लोगों का यह भी कहना है कि कभी-कभार दिखावटी अभियान चलाकर कुछ दिन के लिए सामान हटवा दिया जाता है. कुछ ही दिनों में हालात फिर पहले जैसे ही हो जाते हैं. शहरवासियों ने मांग कि की नगर निगम और जिला प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए स्थायी समाधान निकाले. खासकर पैदल पथ को अतिक्रमणमुक्त कर उसका वास्तविक उपयोग सुनिश्चित किया जाय. ताकि आमलोग सुरक्षित रूप से चल सकें और शहर को जाम से राहत मिल सके.
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