उंचे स्थानों पर शरण लिये लोग व उनके बच्चे भूख से बिलबिला रहे, सूखा रूखा खाकर कट रही जिंदगी

उंचे स्थानों पर शरण लिये लोग व उनके बच्चे भूख से बिलबिला रहे, सूखा रूखा खाकर कट रही जिंदगी

By RAJKISHOR K | August 10, 2025 7:08 PM

– बाढ़ से पीड़ितों को सरकारी स्तर पर किसी तरह की नहीं मिल रही सुविधा कुरसेला क्षेत्र में बाढ़ का कहर हजारों लोगों पर मुसीबत बन कर टूट रहा -फोटो 18 कैप्सन- भट्ठा चौक के समीप बाढ़ में डुबने सड़क से गुजरते लोग कुरसेला बाढ़ का विभिषिका जनजीवन पर मुसीबत बन कर टूट रहा है. आपदा का कहर ने बाढ़ प्रभावितों को दुखदायी स्थितियों से जुझने के लिए विवश कर दिया है. नाव को छोड़ कर बाढ़ पीड़ितों के बीच सरकारी राहत सुविधा नदारद है. कष्टों परेशानियों से लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं. एनएच 31 भठ्ठा चौक से शेरमारी, चांयटोला, चापर, अजमाबांध को जोड़ने वाले नवनिर्मित सड़क के उपर से कलवलिया नदी के बाढ़ का तेज बहाव हो रहा है. जोखिमों के बीच लोग किसी तरह सड़क से आवागमन कर रहे हैं. बाढ के दबाब से सड़क कटने का खतरा उत्पन्न हो गया है. संभावना है कि बाढ़ में वृद्धि जारी रहने पर आगामी चौबीस घंटे में सड़क पर आवागमन ठप हो सकता है. वर्तमान में पानी के तेज बहाव के बीच से सड़क से गुजरना कठिन बना हुआ है. सड़क का आवागमन बाधित होने से दियारा क्षेत्र के गांवों की एक बड़ी आबादी का मुख्य सड़क से संपर्क भंग हो जायेगा. घुरना बल्थी महेशपुर सड़क सह बांध पर बाढ़ के पानी का लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है. घुरना स्कूल के समीप मिट्टी ईटा का टुकड़ा गिरा कर बाढ़ के पानी के पार करने से रोकने का प्रयास किया गया है. बल्थी महेशपुर पोखर बांस बिट्टा के समीप मड़कोस धार के बाढ़ का लगातार दबाव बढ़ रहा है. सड़क के इन स्थानों के आलावा कई जगहों पर सड़क से बाढ़ के पार करने का खतरा बना हुआ है. प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश ग्रामीण सड़के बाढ़ से डूब गया है. प्रभावित गांवों के ग्रामीण घुटने जांघ भर पानी से गुजर कर परेशानियों के बीच आवागमन कर रहे हैं. मधेली के बारह नम्बर ठोकर पर गंगा नदी के पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है. जानकारी अनुसार मधेली के सड़क सह बांध में बाढ़ के दबाव से नीचे से पानी का रिसाव हो रहा है. रिसाव होने के संबंध में विभागीय स्तर पर आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी है. प्रखंड क्षेत्र का अधिकांश भूभाग बाढ़ के चपेट में आ चुका है. रेलवे माल गोदाम, पत्थल बांध, समपार रेल ढाला सहित ऊंचे स्थानों पर शरण लेने वाले बाढ़ विस्थापित परिवारों को राहत सहायता नहीं मिलने से असंतोष व्याप्त है. बाढ़ से घिरे गांव के ग्रामीण मचान बनाकर व ऊंचे जगहों पर रहकर भोजन पानी शौच आदि के समस्या से जुझ रहे हैं. प्रखंड क्षेत्र के पांच पंचायत व एक नगर पंचायत कमोवेश बाढ़ से प्रभावित हो चुका है. गंगा पार गोबराही, जरलाही, बटेशपुर दियारा क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों की जिन्दगी बाढ़ से बेहाल हो चुकी है. नदियों के बाढ़ से घिरा दियारा क्षेत्र का भूभाग टापु बन गया है. बाढ के हर तरफ फैलाव से जलमग्न की स्थिति बनी हुयी है.

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