नवजात को निजी क्लिनिक में कराया भर्ती, 24 घंटे में मौत
नवजात को निजी क्लिनिक में कराया भर्ती, 24 घंटे में मौत
कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करते हुए एक नवजात की मौत हो गयी. नवजात के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आशा कार्यकर्ता और कुछ स्वास्थ्यकर्मियों की मिलीभगत से नवजात को सदर अस्पताल रेफर करने के बजाय कोढ़ा के एक निजी नर्सिंग होम भेजा गया. जहां 24 घंटे बाद बच्चे की मौत हो गई. चेथरियापीर निवासी गुंजन ऋषि ने बताया कि वे अपनी पत्नी को आशा कार्यकर्ता अनीता देवी के माध्यम से कोढ़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे थे, जहां नॉर्मल डिलीवरी से नवजात का जन्म हुआ. परिजनों के अनुसार जन्म के बाद नवजात स्वस्थ था. आरोप है कि आशा ने 2000 रुपये लेकर नवजात को सरकारी अस्पताल रेफर की बजाय प्रखंड मुख्यालय के सामने स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा दिया. परिजनों का कहना है कि अगर नवजात की स्थिति नाजुक थी तो उसे कटिहार या पूर्णिया मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाना चाहिए था. लेकिन स्वास्थ्य केन्द्र की अनियमितताओं और आशा की मिलीभगत के कारण उसे बिना उचित सुविधा वाले प्राइवेट अस्पताल भेज दिया गया. 24 घंटे इलाज के बाद शुक्रवार को नवजात की मौत हो गई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कोढ़ा क्षेत्र में कई प्राइवेट नर्सिंग होम बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे हैं. जहां कहीं रजिस्ट्रेशन है तो डॉक्टर नहीं और कई जगह झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा सीजर तक करा दिए जाते हैं. आए दिन ऐसे मामलों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई नहीं होने पर भी सवाल उठ रहा है. परिजनों ने मामले की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है. उधर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
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