नगर निगम प्रशासन के ढूलमूल रवैया के खिलाफ पूर्व पार्षद का फूटा गुस्सा
नगर निगम प्रशासन के ढूलमूल रवैया के खिलाफ पूर्व पार्षद का फूटा गुस्सा
– जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र समय पर नहीं दिये जाने पर किया हो हंगामा – आरटीपीएस पर कार्यरत कर्मचारी व पदाधिकारी नहीं ले रहे जिम्मेवारी – आधे घंटे तक निगम कार्यालय में हो हल्ला पर नगर आयुक्त ने कराया शांत प्रतिनिधि, कटिहार नगर प्रशासन के आंख के नीचे आरटीपीएस काउंटर पर व्यवस्था दिन पर दिन खराब हो रहा है. जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जहां 21 दिन पर निर्गत किये जाने का प्रावधान है. छह माह तक उपलब्ध नहीं कराये जाने पर लाभुकों को जहां परेशानी हो रही है. पार्षदों को भी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए दौड़ना पड़ रहा है. वार्ड नम्बर 12 के पूर्व पार्षद चन्द्रशेखर यादव ने निगम प्रशासन के इस ढूलमू ल रवैये के खिलाफ जमकर हो हंगामा किया. हंगामा ऐसा किया कि आधे घंटे तक नगर निगम कार्यालय अखाड़ा में तब्दील हो गया. करीब आधा घंटे तक आरटीपीएस में व्याप्त अव्यवस्था के खिलाफ हंगामा किया. कर्मचारियों व पदाधिकारियों के द्वारा बार- बार समझाने बुझाने का कोई भी लाभ नहीं हुआ. करीब आधे घंटे तक कर्मचारियों के ऊपर कई तरह के आरोप लगाते हुए विरोध किया. पूर्व पार्षद चन्द्रशेखर यादव ने बताया कि जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए दिये जा रहे आवेदनों पर बेवजह ऑब्जेक्शन किया जा रहा है. ऑब्जेक्शन के कारणों को नहीं बता कर महीनों दौड़ाया जा रहा है. नियम के अनुसार 21 दिन, एक साल व एक साल के ऊपर जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र दिये जाने का प्रावधान है. लेकिन उन्हें करीब छह माह से दौड़ा दौड़ाकर थका दिया गया है. पिछले सप्ताह से कागजात को मांगे जाने पर इस काउंटर पर नहीं उस काउंटर पर है. यहां नहीं वहां है इनके पास नहीं उनके पास है. कह कर परेशान किया जा रहा है. ऐसे में जिन लाभुकों का कार्य कराने के लिए आते हैं. उनको भी परेशान किया जाता है. नगर आयुक्त को अपने स्तर से देखने की आवश्यकता है लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता है. जिसके कारण पार्षद अपने ही वार्ड के लोगों के नजर में बराबर गिरते जा रहे हैं. देरशाम नगर आयुक्त संतोष कुमार के कार्यालय कक्ष में बुलाकर मामले को शांत कराया गया. घंटों खोजबीन के बाद पूर्व पार्षद को कागजात उपलब्ध कराया गया. तब जाकर मामला शांत हो पाया. व्यवस्था शिथिल करने का कुत्सित किया जा रहा प्रयास नगर निगम आयुक्त के आने के बाद से नगर निगम में व्यवस्था शिथिल करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है. पूर्व में इस तरह की समस्याओं पर उनकी ओर से अंकुश लगाया गया था. लेकिन नये नगर आयुक्त के आने के बाद व्यवस्था ध्वस्त के कगार पर है. जब पार्षदों की नहीं सुनी जाती है तो आमजनों की कितनी सुनी जाती होगी यह सब दिख रहा है. उषा देवी अग्रवाल, मेयर, नगर निगम उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है मामला अब आरटीपीएस के तहत जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है. यह स्थापना के अंदर में चला गया है. वहां से जांच से लेकर सभी तरह की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. शंकर कुमार मंडल, सहायक रजिस्टार
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