शीतलमणि पंचायत में बिजली संकट को लेकर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, किया विरोध
शीतलमणि पंचायत में बिजली संकट को लेकर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, किया विरोध
आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के शीतलमनी पंचायत में बिजली आपूर्ति की बदहाल स्थिति को लेकर शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. पिछले कई हफ्तों से बिजली की अनियमित आपूर्ति और लो वोल्टेज से त्रस्त ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया. चक्का जाम कर दिया. इस आंदोलन का नेतृत्व कांग्रेस नेता आफताब कंचन और पूर्व मुखिया जर्राज अली ने संयुक्त रूप से किया. ग्रामीणों का कहना है कि शीतलमनी चौक सहित आसपास के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति पिछले एक महीने से लगातार खराब है. कभी घंटों बिजली नहीं रहती, तो कभी इतनी कम वोल्टेज की आपूर्ति होती है कि पंखे तक नहीं चलते बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है. किसान भी सिंचाई के लिए बिजली न मिलने से परेशान हैं. वर्तमान में इस क्षेत्र को बारसोई पावर सब स्टेशन से बिजली दी जाती है. जिसकी हालत जर्जर है ट्रांसफार्मर बार-बार जल जाते हैं. विभागीय लापरवाही के कारण समय पर सुधार नहीं हो पाता. प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने चार मुख्य मांगों को जोरशोर से उठाया. शीतलमनी पंचायत को शीघ्र आजमनगर पीएसएस से जोड़ा जाय, सभी जर्जर और बार-बार खराब होने वाले ट्रांसफार्मर को बदला जाय, किसानों के लिए अलग कृषि फीडर की व्यवस्था की जाए ताकि समय पर सिंचाई हो सके. क्षेत्र में प्रतिदिन कम से कम 22 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाय. ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो. विरोध प्रदर्शन में सरफराज, अताबुल मेंबर, जैनुल, मुंतसिर, मुख्तार, सगीर, अफसर आलम, फूल कुमार शर्मा, दुलाल चंद्र शाह, नंदलाल शर्मा, चमनलाल मुरमुर, मंगल टुडू, सोमनाथ सोरेन सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो वे उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे. कनीय अभियंता विवेक कुमार से दूरभाष पर संपर्क साधा गया संपर्क नहीं होने के कारण उनका पक्ष नहीं रखा जा सका है.
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