लगातार हो रही बारिश से निगम की सड़कें हुई बदहाल, घरों से निकलना हुआ मुश्किल

लगातार हो रही बारिश से निगम की सड़कें हुई बदहाल, घरों से निकलना हुआ मुश्किल

By RAJKISHOR K | August 22, 2025 7:58 PM

– कहीं जलजमाव, कही कीचड़मय से आवागमन प्रभावित – राविश की मांग पर निगम प्रशासन बना मूकदर्शक कटिहार इन दिनों जब तब की बारिश से आमजन जहां मौसमी बीमारी से परेशान हैं. हर घरों में सदी, खासीं और बुखार से एक न एक सदस्य पीड़ित है. दूसरी ओर निगम की सड़क बहदहाल हो गयी है. दिन भर में कभी सुबह, कभी शाम बारिश से कहीं जलजमाव तो कहीं कीचड़मय से आवागमन प्रभावित होने लगा है. वार्ड के लोगों द्वारा राविश की मांग पर पार्षद जहां कन्नी काट रहे हैं. दूसरी ओर नगर प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है. जिसका नतीजा है कि लोगों के घरों के सामने जलजमाव व कीचड़ से लथपथ के कारण घरों से बाहर निकलना दूभर हो रहा है. सबसे अधिक कठिनाई उन वार्ड के लोगों की है. जिसे पंचायत से काटकर पूर्व में वार्ड बनाया गया है. खासकर वार्ड नम्बर एक, दो और तीन नम्बर वार्ड की सड़क की स्थिति काफी बदहाल है. नगर निगम के 45 वार्डों में सबसे अधिक चर्चित वार्ड नम्बर दो शमशेरगंज जाने वाली सड़क की स्थिति खराब है. हालांकि जन सुराज के द्वारा पूर्व में की गयी आंदोलन के बाद भले ही 49 फीट लम्बी सड़क का निर्माण शमशेरगंज की ओर शुरू किया गया है. लेकिन मुख्य पथ से शमशेरगंज प्रवेश तक की सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से जगह-जगह कीचड़ व जलजमाव से लोग परेशान हैं. सूरज रविदास, मुरली चौहान, रमण सिंह, सुमित कुमार, मुन्ना कुमार, सत्तार समेत अन्य वार्डवासियों का कहना है कि वार्ड नम्बर दो का शमशेरगंज हमेशा से उपेक्षित रहा है. इसी मोहल्ले के महिला को पार्षद के रूप में जिस उद्देश्य से चुन कर जीताया गया था. उसका भी कोई असर नहीं हो पाया है. सड़क पर जलजमाव व कीचड़ को पाटने के लिए राविश की मांग बराबर की जाती रही है. नगर निगम के एसडीओ द्वारा निरीक्षण भी किया गया था लेकिन आज तक इस ओर पहल नहीं की गयी. जिसका नतीजा है कि वे लोग घरों में कैद होकर कर रह जाते हैं. अधिक आवश्यकता पड़ने पर ही किसी तरह घर से निकलकर मुख्य सड़क पहुंचते हैं. उनलोगों की समस्या को सुनने वाला कोई नहीं है. जगह-जगह स्ट्रीट लाइट खराब,अंधेरे में बना रहता डर वार्ड नम्बर दो शमशेरगंज जाने वाली सड़क पर लगी स्ट्रीट भी खराब है. बारिश के बीच अंधेरा में घरों से बाहर निकलना काफी मुश्कित साबित हो रहा है. इसी रास्ते से पारा मेडिकल के छात्र छात्राएं गुजरती है. रात के अंधेरे में सदर अस्पताल से प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचते हैं. जहां अंधेरे में कीड़ मकोड़े का हमेशा भय बना रहता है. उनलोगों द्वारा भी कई बार शिकायत की गयी लेकिन कोई ध्यान नहीं दिये जाने से वे लोग अलग परेशान हैं. करीब तीन किलोमीटर में डेढ़ किलोमीटर की सड़क काफी खराब है. आवाज को हमेशा दबाने का किया गया कार्य वार्ड में विकास कार्य किया गया है. सड़क पर जलजमाव व कीचड़ लग जाने की शिकायत वार्डवासियों द्वारा कई बार की गयी. इसको नगर निगम प्रशासन तक पहुंचाया गया. लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिये जाने से अब वार्ड के लोगों के आक्रोश का सामना करना नीयति बन गयी है. जब जब निगम प्रशासन से इसकी शिकायत की जाती है. आवाज को हमेशा से दबाने का कार्य किया जाता है. पूर्व में निगम के एसडीओ द्वारा निरीक्षण के बाद भी आज तक राविश नहीं गिरायी गयी. करीब 49 फीट सड़क निर्माण के लिए स्टीमेट तैयार की गयी है. मुसर्रत जहां, पार्षद, वार्ड नम्बर दो

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