मगध महोत्सव में डॉ विनोद कुमार की 11वीं पुस्तक का विमोचन
मगध महोत्सव में डॉ विनोद कुमार की 11वीं पुस्तक का विमोचन
कोढ़ा पटना में रविवार को आयोजित मगध महोत्सव के अवसर पर साहित्य व शिक्षा जगत के लिए गौरवपूर्ण क्षण रहा. आदर्श मध्य विद्यालय खेरिया के प्रधानाध्यापक व साहित्यकार डॉ विनोद कुमार की बहुचर्चित पुस्तक क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले का भव्य विमोचन किया. साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें मगध गौरव सम्मान से सम्मानित किया. डॉ विनोद कुमार की यह ग्यारहवीं पुस्तक है. भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के जीवन, संघर्ष और शिक्षा दर्शन का सजीव एवं प्रेरक चित्रण किया गया है. यह पुस्तक हाल ही में नीलम पब्लिकेशन, मुंबई से प्रकाशित हुई है. उनकी चर्चित पुस्तकों का विमोचन देश के विभिन्न साहित्यिक मंचों पर हो चुका है. 2024 में उनकी पुस्तक चांदनी का विमोचन लखनऊ में तथा 2023 में हीरामोती का विमोचन भोपाल में किया था. पटना म्यूजियम के सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ विनोद कुमार ने कहा, यह शिक्षा ही है. गुलामी रूपी बेड़ियों को काटकर आज हम सब एक साथ यहां उपस्थित हैं. सावित्रीबाई फुले के शिक्षा आंदोलन को आज के समाज के लिए अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए पुस्तक पढ़ने का आह्वान किया. डॉ विनोद कुमार इससे पूर्व काशी हिन्दी विद्यापीठ, वाराणसी द्वारा साहित्यिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए विद्यावाचस्पति सम्मान से अलंकृत किए जा चुके हैं. साथ ही बिहार सरकार द्वारा उन्हें राजकीय शिक्षक सम्मान भी प्रदान किया है. सम्मान प्राप्ति पर आदर्श मवि खेरिया सहित कोढ़ा, कटिहार एवं मनिहारी प्रखंड के शिक्षकों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी. मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार रहे. मगध महोत्सव में डॉ विनोद कुमार का सम्मान न केवल उनके साहित्यिक योगदान की पहचान है, बल्कि शिक्षा और सामाजिक चेतना के क्षेत्र में उनके निरंतर प्रयासों को भी सशक्त रूप से रेखांकित करता है.
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