जोर पकड़ने लगी मखाना विकास बोर्ड की स्थापना की मांग
जोर पकड़ने लगी मखाना विकास बोर्ड की स्थापना की मांग
कटिहार मखाना उत्पादन के मामले कटिहार जिला बिहार में टॉप पर है. बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय के अनुसार राज्य के दूसरे जिले की तुलना में कटिहार सर्वाधिक मखाना उत्पादन करता है. वोटर अधिकार यात्रा के दौरान जिले के कोढ़ा प्रखंड अंतर्गत सिमरिया एवं गेड़ाबाड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मखाना खेतों जाने व मखाना प्रोसेसिंग में लगे मजदूरों से मिलने के बाद कटिहार सुर्खियों में आ गया है. राहुल ने मखाना खेतों में पहुंचकर गुड़िया चुन रहे मजदूरों से बातचीत की. साथ मखाना फोड़ी में शामिल मजदूरों से न केवल मुलाकात की. मजदूर से मिलने के बाद लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मजदूरों के साथ हुई बातों को साझा किया है. मखाना के प्रति राहुल की सक्रियता से कटिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की सरकार पहल करेगी. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से इसी बार बजट सत्र के दौरान बिहार में मखाना विकास बोर्ड की स्थापना की घोषणा किये जाने के बाद मखाना के विकास को लेकर लोगों में उम्मीद जगी है. बिहार में मखाना विकास बोर्ड की स्थापना को लेकर पिछले कुछ दिनों से सियासत गरमा गयी है. कटिहार के विभिन्न वर्गों के लोगों ने भी कटिहार में मखाना विकास बोर्ड की स्थापना की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. यहां के लोगों का कहना है कि बिहार में सर्वाधिक मखाना उत्पादन कटिहार में होता है. स्थानीय लोगों एवं कृषि विशेषज्ञों की मानें तो पहले मखाना उत्पादन बिहार के दरभंगा में अत्यधिक होता था. पर पिछले कुछ वर्षों से दरभंगा व अन्य जिलों को पछाड़ते हुए कटिहार मखाना उत्पादन में नंबर वन पर है. साथ ही कटिहार मखाना विकास बोर्ड की स्थापना के लिए की हर दृष्टि से काफी उपयुक्त है. बिहार का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन कटिहार है. कटिहार पूर्वोत्तर भारत का मुख्य द्वार माना जाता है. साथ ही पश्चिम बंगाल एवं झारखंड सहित अन्य राज्यों की ओर जाने के लिए कटिहार सुगम सड़क मार्ग उपलब्ध है. कटिहार मखाना विकास बोर्ड की स्थापना के लिए न केवल उपयुक्त है. बल्कि हर दृष्टिकोण से उचित है. स्थानीय किसानों व विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि कटिहार जिले के जनप्रतिनिधियों को मखाना विकास बोर्ड की स्थापना को लेकर केंद्र व राज्य सरकार से ठोस पहल करने की मांग करनी चाहिए. स्थानीय लोगों की मानें तो उत्तर-पूर्वी राज्यों और पश्चिम बंगाल के लिए संपर्क कटिहार न केवल बिहार, बल्कि असम, पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों के लिए भी एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र है. यहां मखाना विकास बोर्ड की स्थापना होने से बिहार के अन्य जिलों के साथ पड़ोसी राज्य झारखंड, पश्चिम बंगाल व दुसरे देशों के के लिए फायदेमंद है. कटिहार में मखाना बोर्ड का मुख्यालय होने से इन राज्यों के किसानों को भी उचित मार्गदर्शन और संसाधन उपलब्ध कराये जा सकेंगे.
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