नियोजनालय कार्यालय में तालाबंदी कर कांग्रेस ने जताया जमकर विरोध
नियोजनालय कार्यालय में तालाबंदी कर कांग्रेस ने जताया जमकर विरोध
– नौकरी दो या सत्ता छोड़ो, सरकार से की सीधी बात कटिहार कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर नौकरी दो या सत्ता छोड़ो के तहत कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने जिला नियोजनालय कार्यालय में तालाबंदी कर विरोध जताया. लगभग एक घंटे तक कार्यालय के में गेट पर ताला बंदी कर कांग्रेस नेता प्रदर्शन करते रहे. प्रदर्शन कर सरकार से सीधी बात की या तो नौकरी दो या तो सत्ता छोड़ो. सर्वप्रथम जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव की अध्यक्षता में अड़गड़ा चौक के समीप एक जनसभा का आयोजन किया गया. उसके पश्चात अडगड़ा चौक से जिला नियोजनालय कार्यालय तक आक्रोश मार्च निकाला गया. यह आक्रोश मार्च जिला नियोजनालय कार्यालय पहुंची. जहां जिला नियोजन कार्यालय के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर जमकर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मुख्य रूप से मनिहारी विधानसभा क्षेत्र से विधायक मनोहर प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम, पूर्व विधायक सुनीता देवी, पूर्व विधायक पूनम पासवान, पूर्व जिला अध्यक्ष प्रेम राय मौजूद रहे. मौके पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने कहा कि बिहार में बेरोज़गारी-पलायन के साथ-साथ अपराध पर अंकुश लगाने में वर्तमान सरकार पूरी तरह से विफल है. बेरोज़गारी-पलायन के चलते युवा विरोध करते हैं तो उनपर सरकार के द्वारा लाठी चार्ज कर मुकदमा कर दिया जाता है. बिहार में राहुल गांधी ने युवाओं के दर्द को समझा है. इस बार रोजगार विरोधी सरकार को बिहार के युवा उखाड़ कर फेंकने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी की समस्या सबसे ज्यादा है. सोई हुई सरकार को जगाने के लिए आंदोलन ही एकमात्र विकल्प बचता है. जिला अध्यक्ष ने कहा कि हमारा सीधा कहना है या तो नौकरी दो या तो सत्ता छोड़ो. मनिहारी विधायक मनोहर प्रसाद सिंह ने कहा कि यह आंदोलन बिहार के युवाओं, छात्रों और संविदा कर्मियों के भविष्य को बचाने और उनका हक दिलाने के लिए है. राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम ने कहा कि पिछले 20 साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे बड़ी उपलब्धि है. पांच करोड़ युवाओं का बेरोजगार होना बिहार में डबल इंजन सरकार के रहते बेरोजगारी का यह आलम है कि 45 विभागों में पांच लाख से अधिक सरकारी पद खाली पड़े हैं. महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष अंजुमन कौसर उर्फ अम्रपाली यादव ने कहा कि इस बार बिहार की महिलाओं ने ठान लिया है कि बिहार से डबल इंजन की सरकार को उखार फेकेंगे. पूर्व विधायका पूनम पासवान ने कहा की बिहार में रहकर बिहार के लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है. बल्कि दूसरे स्टेट के लोग यहां नौकरी कर रहे हैं. यह बिहार सरकार की कैसी नीति है. क्योंकि युवाओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में शिक्षित महिलाएं भी यहां बेरोजगार है. जिसका आश्रय वर्तमान सरकार को जाता है. युवा अध्यक्ष मनि पासवान ने कहा कि कई बड़ी परीक्षाओं में बार-बार पेपर लीक ने बिहार के युवाओं की मेहनत को मजाक बना दिया है. ऐसा लगता है बिहार सरकार ने परीक्षा और प्रबंधन की सुपारी पेपरलीक माफियाओं को दे दी है. मौके पर राजेश रंजन मिश्रा, संजय कुमार सिंह, आफताब आलम, आले रसूल, कंचन दास, निखिल सिंह, जहांगीर, आनंद सिंह, फिरोज कुरैशी, प्रहलाद गुप्ता, सऊद आलम,गोपाल यादव, सिकंदर मंडल, शहंशाह, विनोद यादव, पंकज तंबाकू वाला, जीशान अहमद, जहांगीर, निरंजन पोद्दार, अब्दुल कादिर, शाहनवाज आदि उपस्थित थे.
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