ठंड में अपने साथ पशुओं की सेहत का भी रखें ख्याल
ठंड के सीजन में जानवरों में बढ़ जाते हैं खुरहा, मुंहपका, गलाघोंटू, लंगडी, चेचक रोग
= ठंड के सीजन में जानवरों में बढ़ जाते हैं खुरहा, मुंहपका, गलाघोंटू, लंगडी, चेचक रोग भभुआ सदर. जिले में पिछले एक सप्ताह से ठंड बढ़ने लगी है. ठंड बढ़ते ही पशुपालकों को अपने पशुओं होने वाले बीमारी की चिता सताने लगी है. इसमें दुधारू पशुओं में होने वाली बीमारी को लेकर पशु विभाग द्वारा लोगों को अपने पशुओं का विशेष ध्यान देने के लिए सलाह दी जा रही है. किसान मवेशियों को ठंड से बचाने के लिए बोरी या मोटे कपड़े ढक कर रख रहे हैं. पशु चिकित्सक डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से तापमान में अचानक कमी हुई है. इसके साथ ही पछिया हवा चलने से ठंड और बढ़ गयी है. पशुओं को अत्यधिक सर्दी से बचाने के उपाय किया जाना चाहिए. ऐसे समय में पशुओं को रात के समय खुले में कभी नहीं बांधे. पशुओं को गर्म स्थान पर जैसे छत के नीचे या घास फूस के छप्पर के नीचे रखना चाहिए. साथ ही फर्श गीले या ठंडे नहीं होने चाहिए. धूप निकलने पर पशुओं को धूप में बांधे, सूर्य की किरणें जीवाणु और विषाणु को नष्ट करने में सक्षम होती है. वहीं, अधिक ठंड पड़ने पर पशु के शरीर को गर्म रखने के लिए शरीर पर कपड़ा या जूट की बोरी बांधकर रखना चाहिए. = खुरहा समेत इन बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा दरअसल, ठंड बढ़ने के साथ जानवरों में खुरहा, मुंह पका रोग, गलाघोंटू, लंगडी, भेड़, चेचक आदि रोगों के होने की संभावनाएं बढ़ जाती है. इन बीमारियों से बचाव के लिए पशुपालकों को टीके लगवा लेना चाहिए. इसके साथ ही पशुओं को उचित कृमि नाशक दवाओं का भी उपयोग करना चाहिए. डॉ अरविंद के अनुसार इस मौसम में बछड़ों में निमोनिया होने का खतरा भी रहता है. अब ऐसी स्थिति में पशु चिकित्सक से यथाशीघ्र परामर्श लेकर उचित औषधि पशुओं को देना चाहिए. इसके अलावा दुधारू पशुओं में थनैला रोग का भी खतरा रहता है. इनसेट शाम होते ही छाने लग रहा कोहरा, बढ़ने लग रही ठंड भभुआ सदर. जैसे-जैसे नवंबर का महीना अब अंतिम पड़ाव की ओर जा रहा है, वैसे-वैसे शाम होते ही अब ठंड के साथ कोहरा छाने लग रहा है. अब रात का तापमान धीरे-धीरे कम होने लगा है और ठंड बढ़ जा रही है. हालांकि दिन में धूप खिलने से लोगों को राहत महसूस हो रही है. सांख्यकी विभाग के अनुसार, जिले का अधिकतम तापमान गिरकर 24.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है. न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है. रविवार को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है. मौसम विज्ञानी डॉ वीरेंद्र कुमार की माने तो आनेवाले दिनों में ठंड की रफ्तार और तेजी से बढ़ेगी और अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी कमी आयेगी. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण सर्द हवा चलेगी, जिससे हाड़ कंपाने वाली ठंड का एहसास होगा. इधर, कोहरा छाने और बढ़ रही ठंड के कारण शाम होते ही लोग घरों में चले जा रहे हैं. रात 10 बजे तक बाजार बंद हो जा रहा है. मॉर्निंग वाक के लिए भी लोग शहर में देर से निकल रहे हैं. बाजार में भी बढ़ते ठंड को लेकर गर्म कपड़ों का बाजार गुलजार हो गया है. साल, स्वेटर, कंबल की बिक्री शुरू हो गयी है. इधर, खेती किसानी के लिए मौसम अनुकूल बताया जा रहा है. मौसम की अनुकूलता की वजह से इस बार धान की तरह रबी की भी बंपर पैदावार होने की संभावना है. जानकारी के अनुसार, जिले के लगभग अधिकतर खेतों में गेहूं की बोआई शुरू भी हो चुकी है.
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