Kaimur News : फर्जी शिक्षकों पर थाने में प्राथमिकी, फिर भी गुरुजी लगा रहे हाजिरी

गरानी विभाग द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद भी शिक्षक विद्यालय में हाजिरी लगा रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी व प्रधानाध्यापक इससे बेपरवाह हैं.

By PRABHANJAY KUMAR | April 26, 2025 9:21 PM

भभुआ नगर. निगरानी विभाग द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद भी शिक्षक विद्यालय में हाजिरी लगा रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी व प्रधानाध्यापक इससे बेपरवाह हैं. जबकि, इस तरह के मामला कैमूर में पहली बार नहीं बल्कि इससे पहले भी कई बार देखने को मिल चुका है कि निगरानी विभाग द्वारा शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद भी संबंधित शिक्षक विद्यालय में हाजिरी लगते हैं व संबंधित शिक्षक को अधिकारियों द्वारा वेतन का भी भुगतान कर दिया जाता है. दरअसल, निगरानी विभाग द्वारा प्रमाण पत्रों की जांच में प्रमाणपत्र फर्जी मिलने पर चैनपुर व दुर्गावती थाने में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक सह जांचकर्ता जाहांगीर अंसारी द्वारा उत्क्रमित मध्य विद्यालय मसोई खुर्द में पदस्थापित नागेंद्र कुमार, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बौरई में पदस्थापित अभय कुमार मिश्रा व दुर्गावती प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय सरियाव में पदस्थापित शिक्षिका फूल कुमारी पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. निगरानी विभाग द्वारा फर्जी शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. वहीं, फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों में अफरातफरी का माहौल हो गया है. अब ऐसे शिक्षक अपने बचाव के रास्ते तलाश में अभी से लगे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ निगरानी विभाग द्वारा संबंधित शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों व प्रधानाध्यापकों की कोई जानकारी नहीं दिये जाने के कारण संबंधित शिक्षक विद्यालय में प्रतिदिन हाजिरी लगा रहे है. निगरानी विभाग द्वारा कितने शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई की गयी है, इसे लेकर अधिकारी व प्रधानाध्यापक बेपरवाह हैं या अधिकारियों को इसकी जानकारी भी नहीं है. गौरतलब है कि कैमूर जिले में फर्जी शैक्षणिक व प्रशिक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर कई शिक्षकों की बहाली हुई थी, जिनकी जांच प्रक्रियाधीन है. इतना ही नहीं उच्च न्यायालय के निर्देश पर फर्जी कागजात के साथ नौकरी कर रहे कई शिक्षकों ने कार्रवाई के भय से त्यागपत्र भी दे दिया था. लेकिन, अभी भी कई शिक्षक विद्यालय में जमे हैं. निगरानी विभाग कछुए की चाल से शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच कर रही है. इससे अभी भी कई शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्र रहने के बाद भी विद्यालय में कार्यरत हैं. निगरानी विभाग द्वारा फर्जी शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद भी विभाग को सूचना नहीं दी जाती है. सूचना नहीं दिये जाने के कारण संबंधित शिक्षक विद्यालय या शिक्षा विभाग के चक्कर लगाते रहते हैं. दरअसल, हाइकोर्ट के आदेश पर जिले के नियोजित शिक्षकों के कागजातों की जांच निगरानी विभाग द्वारा की जा रही है. शिक्षकों के कागजात जांच के बाद कागजात में गड़बड़ी पाये जाने पर संबंधित शिक्षकों पर निगरानी विभाग द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जाती है. लेकिन, शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निगरानी द्वारा कोई जानकारी नहीं दी जाती है. 15 दिनों में संबंधित शिक्षकों को बर्खास्त करने का प्रावधान निगरानी विभाग द्वारा फर्जी शिक्षक का प्राथमिकी किये जाने के बाद 15 दिनों के अंदर सेवा मुक्त करने का विभाग का आदेश है, लेकिन निगरानी विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के बाद भी संबंधित सूचना शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नहीं देने के कारण प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी फर्जी शिक्षा सेवा से बर्खास्त नहीं किये जाते हैं = 400 से अधिक शिक्षकों के फाइल नहीं है जमा गौरतलब है कि हाइकोर्ट के आदेश पर निगरानी विभाग द्वार कई वर्षों से नियोजित शिक्षकों की कागजात की जांच की जा रही है, हालांकि अभी भी जिले के 400 शिक्षकों का फोल्डर फाइल विभाग में जमा नहीं कराया गया है. फोल्डर फाइल जमा नहीं करने पर 400 से अधिक पंचायत सचिव पर भी निगरानी विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. = प्राथमिकी दर्ज के बाद अब तक बर्खास्त शिक्षकों की सूची पूनम शर्मा, उच्च विद्यालय भगवानपुर प्रमोद कुमार, पंडित देवनाथपांडे उच्च विद्यालय बारे अरुण कुमार, चौबे न्यू प्राथमिक विद्यालय रामपुर पूजा कुमारी सिंह, प्राथमिक विद्यालय पर्वतपुर निर्मला देवी, प्राथमिक विद्यालय पर्वतपुर दद्दन सिंह, न्यू प्राथमिक विद्यालय जोरदाग बद्री प्रसाद, न्यू प्राथमिक विद्यालय पंचमाहुल सरोज कुमारी, प्राथमिक विद्यालय गोइया मनोज कुमार, सिंह न्यू प्राथमिक विद्यालय पंसेरवा जयप्रकाश राम, प्राथमिक विद्यालय छतौना अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय लालापुर परम शीला देवी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय धनारी मिथिलेश कुमार सिंह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय धनारी अशोक कुमार, न्यू प्राथमिक विद्यालय देऊआ जवाहर सिंह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय डीहा विजय कुमार मिश्रा, न्यू प्राथमिक विद्यालय सोनाबा सुनीता कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सौखरा पुष्पा देवी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय अधौरा पूनम देवी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरौली रविंद्र कुमार राम, प्राथमिक विद्यालय गुलरिया राजेंद्र राम, प्राथमिक विद्यालय दमोदरपुर सुमन देवी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोखरा रिंकी कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिया पोखर दिव्या लता, न्यू प्राथमिक विद्यालय रोहिया गुड्डू प्रसाद राम, मध्य विद्यालय मुखराव ज्योति कुमार, प्राथमिक विद्यालय कझार बोले प्रधानाध्यापक इस संबंध में पूछे जाने पर मसोई खुर्द विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी संबंधित शिक्षक विद्यालय में आये थे. हालांकि शनिवार को बगैर सूचना के विद्यालय से गायब हैं. बोले अधिकारी निगरानी विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद संबंधित शिक्षकों पर क्या कार्रवाई अब तक हुई है पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडे ने कहा कि निगरानी विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जानने के बाद संबंधित शिक्षकों की कोई लिखित सूचना शिक्षा विभाग कार्यालय को नहीं दी गयी है. सूचना मिलने पर संबंधित शिक्षकों को बर्खास्त किया जायेगा.

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