Kaimur News : अपने-अपने क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं माननीय
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान कैमूर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की गयी थी. उसे मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान सबसे बड़े सौगात के रूप में देखा गया था.
भभुआ कार्यालय. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान कैमूर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की गयी थी. उसे मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान सबसे बड़े सौगात के रूप में देखा गया था. मुख्यमंत्री ने यात्रा के दौरान यह घोषणा की थी कि कैमूर जिले में मेडिकल कॉलेज खोला जाये,गा लेकिन वह मेडिकल कॉलेज जिले में कहां खोला जायेगा इसकी घोषणा उसे वक्त नहीं की गयी थी. घोषणा के बाद से ही लगातार मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए स्थल का निरीक्षण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अगले ही दिन बीएमआइसीएल की टीम मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए यहा स्थल निरीक्षण करने आयी थी. डीएम द्वारा जो मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए प्रथम प्राथमिकता के आधार पर स्थल दिखाया गया था, वह चैनपुर प्रखंड में चैनपुर-चांद रोड पर वन विभाग के नर्सरी के पास सरकारी जमीन है. उक्त स्थल पर जाकर डीएम सहित बीएमआइसीएल की टीम ने करीब दो घंटे तक आकलन किया था और उसे मेडिकल कॉलेज के लिए सबसे उपयुक्त भी बताया गया था. इसे लेकर चैनपुर के स्थानीय विधायक व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने अगले ही दिन प्रेसवार्ता कर यह जानकारी दी थी कि मुख्यमंत्री ने कैमूर जिले के साथ चैनपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को कई बड़ी सौगात दी है, जिसमें एक मेडिकल कॉलेज भी है. स्थल के निरीक्षण के बाद यह माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रगति यात्रा के दौरान जो मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा कैमूर जिले में की गयी है वह मेडिकल कॉलेज जिले के चैनपुर प्रखंड में वन विभाग के नर्सरी के पास खुलेगा. लेकिन, मेडिकल कॉलेज के लिए स्थल चयन को लेकर एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की टीम कैमूर आने के बाद अब मेडिकल कॉलेज खोलने की स्थल को लेकर जिले में एक नयी चर्चा शुरू हो गयी है. = मोहनिया विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर मोहनिया आरा रोड पर दादर को बताया उपयुक्त स्थल जिले में जितने भी माननीय है, चाहे वह विधायक हो या विधान पार्षद या मंत्री सभी यह चाह रहे हैं कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गयी मेडिकल कॉलेज उनके विधानसभा क्षेत्र में या फिर उनके सबसे अधिक प्रभाव वाले इलाके में खुले, ताकि उसका श्रेय उन्हें मिले और इसका फायदा वह चुनाव में ले सकें. इसी क्रम में मोहनिया की विधायक संगीता कुमारी स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर यह बताया कि कैमूर में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए सबसे उपयुक्त जगह मोहनिया विधानसभा क्षेत्र है और मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में दादर के पास मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए पर्याप्त जमीन भी उपलब्ध है. मोहनिया पूरे जिले में बीच में स्थित है. इसके अलावा यहां से जीटी रोड व मोहनिया से पटना जाने वाली एचएच गुजरती है. इसलिए यहां पर जिले के सभी क्षेत्र से मरीज पहुंच सकते हैं. ऐसे में मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाला दादर की जमीन मेडिकल कॉलेज के लिए सबसे उपयुक्त है. उक्त जगह को एक्सपर्ट जाकर देखें वह निश्चित रूप से पायेंगे कि मेडिकल कॉलेज के लिए वह उपयुक्त जगह है. मोहनिया विधायक के सुझाव पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए स्थल निरीक्षण करने के लिए एक टीम भी मंगलवार को कैमूर भेजी गयी. उक्त टीम प्रशासनिक पदाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ दादर में मौजूद जमीन का स्थल निरीक्षण किया व उसकी रिपोर्ट बनायी. उक्त टीम की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग यह निर्णय लेगा कि उसे जमीन पर मेडिकल कॉलेज खोला जा सकता है अथवा नहीं. लेकिन इस बीच माननीय लोगों द्वारा मेडिकल कॉलेज अपने विधानसभा क्षेत्र में खोले जाने के लिए किया जा रहे प्रयास का प्रचार शुरू कर दिया गया है. मोहनिया विधायक संगीता कुमारी द्वारा स्वयं सोशल मीडिया पर मंत्री के साथ मुलाकात की तस्वीर डालकर क्या जानकारी दी गयी कि वह मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खुलवाने के लिए मंत्री से मिली और उनके मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां से स्थल निरीक्षण के लिए भेजी गयी, उनके समर्थक भी स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किये गये स्थल निरीक्षण की तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड कर विधायक द्वारा किये जा रहे प्रयास की जानकारी लोगों को दे रहे हैं, ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका लाभ उन्हें मिल सके. = रामगढ़ विधानसभा के माननीय अपने क्षेत्र में खुलवाना चाहते हैं मेडिकल कॉलेज सिर्फ चैनपुर या मोहनिया विधानसभा के विधायक ही नहीं, बल्कि रामगढ़ के विधायक व बक्सर के सांसद भी रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा घोषित मेडिकल कॉलेज को खुलवाने के लिए प्रयासरत है. वहां के विधायक व सांसद इसके लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी सहित मंत्री व अन्य लोगों से मिलकर यह बता रहे हैं कि रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र का दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के लिए सबसे उपयुक्त जगह है, यहां पर जिले के सभी क्षेत्र के लोग आसानी से पहुंच सकते हैं. दुर्गावती के आसपास जमीन को देखकर अगर यहां पर मेडिकल कॉलेज खोला जाता है, तो वहां पर रामगढ़, मोहनिया, कुदरा, भभुआ, चैनपुर, चांद, अधौरा के लोग आसानी से पहुंच सकते हैं. सबके लिए यह जगह उपयुक्त होगा और यह जगह जीटी रोड के किनारे भी है. हालांकि रामगढ़ विधानसभा के विधायक हो या फिर संसद उनके द्वारा किये जा रहे प्रयास या मांग का कोई फलाफल अभी देखने को नहीं मिला है. क्योंकि मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए न्यूनतम 27 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है और 27 एकड़ जमीन की उपलब्धता एक जगह पर काफी मुश्किल है. ऐसे में रामगढ़ विधानसभा के माननीय अपने क्षेत्र में दुर्गावती के आसपास मेडिकल कॉलेज को खोल जाना सबसे उपयुक्त तो बता रहे हैं, लेकिन इसके लिए कोई अभी जगह उनके द्वारा नहीं बताया गया है. इसके कारण अभी उसे क्षेत्र में स्थल का निरीक्षण करने के लिए कोई टीम भी पटना से नहीं गयी है. इसके अलावा श्रम मंत्री संतोष सिंह भी यह चाह रहे हैं कि मेडिकल कॉलेज मोहनिया के आसपास खुलता है, तो वह जिले भर के लोगों के लिए सबसे उपयुक्त जगह होगा. उनके द्वारा भी मेडिकल कॉलेज के लिए मोहनिया के आसपास के इलाके को सबसे उपयुक्त बताया गया है. = आखिरी फैसला जगह चयनित करने वाली एक्सपर्ट की टीम को लेनी है अब तक कैमूर जिले में दो जगह पर मेडिकल कॉलेज के लिए स्थल स्वास्थ्य विभाग के एक्सपर्ट की टीम को दिखाया गया है, पहले जगह चैनपुर विधानसभा में वन विभाग के नर्सरी के पास और दूसरा जगह मोहनिया पटना रोड पर दादर के पास दिखाया गया है. लेकिन इस पर अंतिम फैसला किस जगह पर मेडिकल कॉलेज खोला जायेगा यह स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ली जायेगी. हालांकि मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा न्यूनतम मानक तय किया गया है. उस मानक के अनुसार जमीन, मरीज के आने के लिए एरिया सहित अन्य चीजों का होना अनिवार्य है. अगर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मानक के अनुकूल जमीन या अन्य चीज नहीं पायी जाती है, तो उसके मानक को पूरा करने वाली जगह पर ही मेडिकल कॉलेज खोला जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
