अतिक्रमण से सिकुड़ती जा रही दुर्गावती बाजार की सर्विस सड़क
अतिक्रमण से सर्विस सड़क व अंडरपास संकुचित, बढ़ी लोगों की परेशानी
अतिक्रमण से सर्विस सड़क व अंडरपास संकुचित, बढ़ी लोगों की परेशानी एनएच-19 की पुलिया मार्ग पर भी अतिक्रमण, हर वक्त हादसे की आशंका दुर्गावती. स्थानीय मुख्यालय बाजार की सर्विस सड़क, पुलिया के नीचे और आसपास के चौक-चौराहों पर ठेला, खोमचा व रावटी लगाकर दुकानदारों द्वारा किये जा रहे अतिक्रमण से सड़क लगातार सिकुड़ती जा रही है. इससे बाजार आने-जाने वाले लोगों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. अतिक्रमण की स्थिति यह है कि जब लग्जरी वाहन, ट्रॉली लगे ट्रैक्टर जैसी बड़ी गाड़ियां आमने-सामने आ जाती हैं, तो काफी जद्दोजहद और कठिनाई से गुजरना पड़ता है. कभी-कभी जाम की स्थिति इस कदर बन जाती है कि टेंपो, इ-रिक्शा और मोटरसाइकिल जैसे दोपहिया वाहनों की कतार लग जाती है. नतीजतन बाजार आने वाले लोगों को किसी न किसी रूप में अतिक्रमण का सामना करना ही पड़ता है. सड़क से गुजरने वाले राहगीरों के साथ-साथ वाहन चालक भी परेशान हो जाते हैं. स्थिति यह हो गयी है कि कई बार ठेला-खोमचा वाले बीच सड़क तक आ जाते हैं, जिससे पैदल चलने वालों को भी कुछ पल रुककर यह सोचना पड़ता है कि आखिर निकलें तो किस ओर से बाजार की हालत दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है. एनएच-19 की पुलिया मार्ग भी अछूता नहीं बाजार स्थित स्टेट बैंक और इंडियन बैंक के सामने एनएच-19 की दोनों पुलिया मार्ग पर भी अतिक्रमण का यही हाल है. यहां फुटकर और थोक सब्जी विक्रेताओं का अड्डा बना हुआ है. इस मार्ग से ट्रैक्टर या फोर व्हीलर जैसे वाहनों का आमने-सामने निकलना काफी मुश्किल हो जाता है. बताया जाता है कि पूर्व में यहां अनियंत्रित ट्रक और हार्वेस्टर जैसे वाहन एनएच से नीचे सर्विस सड़क पर आ गये थे, जिससे सड़क दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं. इसके बावजूद घटनाओं को नजरअंदाज कर यहां दुकानें चला रहे हैं. बीते वर्ष इंडियन बैंक के सामने अंडरपास पुलिया के उत्तरी हिस्से तिरमुहानी के पास सड़क दुर्घटना में सावठ गांव की एक महिला की मौत हो गयी थी, जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ था. इसके बाद भी बढ़ते अतिक्रमण की ओर किसी का ध्यान नहीं दिया जा रहा है. एक ओर बाजार की सर्विस सड़क अतिक्रमण से सिकुड़ती जा रही है, तो दूसरी ओर पूर्व में हुई सड़क दुर्घटनाओं को ताक पर रखकर लोग एनएच पथ के ढलान नीचे और सर्विस सड़क पर दुकानें चलाते नजर आ रहे हैं. ऐसे में यहां हर वक्त सड़क हादसे की आशंका बनी रहती है. शासन-प्रशासन की उदासीनता पर सवाल गौरतलब है कि इस सर्विस सड़क से आम लोगों के साथ-साथ शासन-प्रशासन का भी आवागमन होता रहता है, लेकिन इसके बावजूद अतिक्रमण पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होना चर्चा का विषय बना हुआ है. विगत वर्षों में अभियान चलाकर इस सर्विस सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था, जिससे सड़क चौड़ी और साफ-सुथरी हो गयी थी. लेकिन एक बार फिर लंबे अरसे से धीरे-धीरे अतिक्रमण बढ़ने के कारण सड़क सिकुड़ती जा रही है. क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में पूछे जाने पर अंचल पदाधिकारी सदानंद कुमार ने बताया कि फिलहाल शहरी क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है. ग्रामीण हाट-बाजारों के अतिक्रमण को हटाने का आदेश मिलने पर जांचोपरांत कानूनी प्रक्रिया के तहत अतिक्रमण हटाया जायेगा.
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