दुर्गावती की कंपनियों में मजदूरों के शोषण पर रोक लगाने की मांग
KAIMUR NEWS.दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत अवस्थित कंपनियों में कार्यरत कामगारों के साथ हो रहे शोषण को लेकर छांव पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि गजानंद यादव ने बुधवार को श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी दुर्गावती को आवेदन दिया.
छांव पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि गजानंद यादव ने श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को दिया आवेदन प्रतिनिधि, कर्मनाशा. दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत अवस्थित कंपनियों में कार्यरत कामगारों के साथ हो रहे शोषण को लेकर छांव पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि गजानंद यादव ने बुधवार को श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी दुर्गावती को आवेदन दिया. उन्होंने श्रम पदाधिकारी को आवेदन देकर कहा है कि हमारे क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक कंपनियां संचालित हो रही है. एक- एक कंपनियों में एक सौ लेकर 600 से अधिक मजदूर कार्य करते हैं. लेकिन, एक दो कंपनी को छोड़ कर अन्य सभी कंपनियों में मजदूरों का शोषण हो रहा है. कंपनियों में मजदूरों से प्रतिदिन 12 घंटे काम लिया जा रहा है. लेकिन 320 से 340 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी दी जा रही है. बता दें कि सरकारी नियमानुसार न्यूनतम मजदूरी आठ घंटे का 428 रुपये प्रतिदिन की दर से निर्धारित है. लेकिन मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है. मजदूरों के साथ हो रहे शोषण के संबंध में 17 दिसंबर के अंक में प्रभात खबर में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गयी है. उन्होंने कहा है कि जब भी मजदूर अपने हक की आवाज उठाते हैं, तो उन्हें कंपनी से निकाल देने की धमकी दी जाती है. मजदूर कंपनी से निकाल भी दिये जाते हैं. उन्होंने आवेदन देकर उक्त मामले की जांच कर मजदूरों को सरकारी दर पर मजदूरी दिलाने की मांग की है. इधर, इस संबंध में दुर्गावती लेबर इंस्पेक्टर अजितेश तिवारी ने बताया कि फैक्ट्री से संबंधित सक्षम पदाधिकारी फैक्ट्री निरीक्षक होते हैं. शिकायत पत्र को लेकर फैक्ट्री निरीक्षक पदाधिकारी के साथ पत्राचार किया जायेगा.
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