कांग्रेस प्रत्याशी पर यौनशोषण का दर्ज कराया गया झूठा मुकदमा : पीड़िता

बीते आठ अप्रैल को कुदरा थाने में वर्तमान में सासाराम संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किये गये मनोज राम व उनके बेटे उज्ज्वल कुमार के खिलाफ नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण की प्राथमिकी लड़की के पिता द्वारा दर्ज करायी गयी थी. उक्त मामले में पुलिस द्वारा मनोज राम के पुत्र उज्ज्वल को गिरफ्तार कर पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था.

By Prabhat Khabar | May 9, 2024 9:02 PM

भभुआ कार्यालय. बीते आठ अप्रैल को कुदरा थाने में वर्तमान में सासाराम संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किये गये मनोज राम व उनके बेटे उज्ज्वल कुमार के खिलाफ नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण की प्राथमिकी लड़की के पिता द्वारा दर्ज करायी गयी थी. उक्त मामले में पुलिस द्वारा मनोज राम के पुत्र उज्ज्वल को गिरफ्तार कर पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था. उक्त प्राथमिकी कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम को सासाराम संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाये जाने के बाद उनके छवि व राजनीति पर प्रतिकूल असर डालने लगा है. विरोधियों द्वारा मनोज राम पर दर्ज उक्त प्राथमिकी को वायरल कर उनके खिलाफ मुद्दा बनाया जाने लगा. इसी घटनाक्रम के बीच जिस पीड़ित नाबालिग लड़की के यौन शोषण की प्राथमिकी कुदरा थाने में उसके पिता द्वारा दर्ज करायी गयी है, वह पीड़ित लड़की व उसकी मां गुरुवार को कांग्रेस कार्यालय में मनोज राम के भाई मृत्युंजय कुमार व अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में प्रेसवार्ता कर यह बताया कि उनके साथ किसी तरह का यौनशोषण नहीं हुआ है. राजनीतिक षड़यंत्र के तहत पीड़ित लड़की के पिता द्वारा कुछ लोगों के बहकावे में आकर मनोज राम के राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से उक्त झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है. पीड़िता ने यह भी बताया कि मेरे साथ ऐसी कोई घटना ही घटित नहीं हुई है. पीड़ित की मां ने भी कहा कि उक्त लड़की व मनोज राम के पुत्र सिर्फ अच्छे दोस्त हैं. लड़की के पिता उन लोगों के बहकावे में आ गये जो लोग मनोज राम को राजनीतिक नुकसान पहुंचाना चाहते हैं और उन्हीं के कहने पर उक्त झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है. – पीड़िता के पिता ने भी न्यायालय में गलत सूचना पर प्राथमिकी का दिया है शपथ पत्र प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज राम के भाई मृत्युंजय कुमार ने बताया कि मनोज राम को कांग्रेस ने सासाराम संसदीय क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है. मनोज राम के लोकप्रियता को देखते हुए इनके विरोधी घबरा गये और इसी कारण से उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाने के लिए पूरी तरह से झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है. इस तरह की कोई घटना ही घटित नहीं हुई थी यह बात जिस लड़की के साथ यौनशोषण की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है उसके द्वारा व उसकी मां द्वारा पुलिस के समक्ष व आज प्रेसवार्ता कर जानकारी दी गयी है. यहीं नहीं पीड़ित के पिता जिन्होंने प्राथमिकी दर्ज करायी थी, उन्होंने भी न्यायालय में यह लिखकर दिया है कि उन्होंने गलत सूचना के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उनका सुलह समझौता हो गया है, वह केस नहीं लड़ना चाहते हैं. लड़की, उसकी मां और उसके पिता द्वारा साफ तौर पर यह बयान दिये जाने कि मनोज राम व उनके पुत्र द्वारा ऐसी कोई घटना नहीं की गयी है. इसके साथ ही पुलिस की जांच में भी मनोज राम को निर्दोष पाये जाने के बावजूद विरोधियों द्वारा मनोज राम को राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से इस झूठे मुकदमे का जनता के बीच में प्रचार प्रसार कर भ्रम फैलाने का काम किया जा रहा है. उसकी को लेकर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, ताकि जनता को विरोधी दिग्भ्रमित न कर पाये. विरोधियों द्वारा मनोज राम को राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह पूरा झूठा षड़यंत्र किया गया. – कुदरा थाने में दर्ज करायी गयी थी प्राथमिकी दरअसल, बीते आठ अप्रैल को कुदरा थाने में पीड़ित के पिता द्वारा यह प्राथमिकी दर्ज करायी गयी कि उनकी नाबालिग लड़की मनोज राम द्वारा जो स्कूल संचालित किया जाता है उसमें पढ़ती थी, उसके नाबालिग होने का फायदा उठाकर उसका यौन शोषण किया गया. उक्त मामले में मनोज राम व उनके पुत्र उज्ज्वल कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया गया. पुलिस ने उक्त मामले में मनोज राम के पुत्र उज्ज्वल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने मनोज राम की कोई संलिप्तता उक्त मामले में नहीं पायी. जब मनोज राम को कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में सासाराम संसदीय क्षेत्र से घोषित किया गया, उसके बाद से उक्त प्राथमिकी व मनोज राम के ऊपर दर्ज प्राथमिकी को लोगों के बीच वायरल किया जा रहा है. इसके बाद मनोज राम के वर्तमान लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक छवि को नुकसान होने लगा है. इसके बाद गुरुवार को प्रेसवार्ता कर उक्त मामले में विस्तृत जानकारी दी गयी. – घटनाक्रम के बीच मनोज राम के टिकट को लेकर फंसा पेच इधर, कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम पर दर्ज प्राथमिकी का मामला जैसे ही गरमाया, उनके टिकट को लेकर भी पेच फंस गया. कांग्रेस की तरफ से मनोज राम के नामांकन नौ मई को करने की तैयारी की गयी थी. लेकिन जानकारी के मुताबिक कांग्रेस द्वारा उन्हें सासाराम से प्रत्याशी तो घोषित कर दिया गया था, लेकिन सिंबल नहीं दिया गया था. आठ मई की रात तक सिंबल नहीं मिल पाने के कारण मनोज राम नौ मई को नामांकन नहीं किया गया. नौ मई को नामांकन नहीं किये जाने से पूरे सासाराम संसदीय क्षेत्र में राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है. कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक मनोज राम सिंबल के लिए पटना में मौजूद हैं. कांग्रेस कार्यालय में गुरुवार को किये गये प्रेसवार्ता में कहा गया कि मनोज राम का कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना तय है. प्रेसवार्ता के दौरान हरीश तिवारी, रामाकांत तिवारी, श्रवण तिवारी, गंगाधर उपाध्याय, मोहन राम सहित अन्य मौजूद रहे.

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