BJP सांसद मनोज तिवारी को स्वर्ण समाज के लोगों ने दिखाया काला झंंडा

भभुआ : भाजपा सांसद मनोज तिवारी को बिहारके भभुआ में शनिवार कोस्वर्ण समाज केलोगों ने काला झंडा दिखाकरअपना विरोध प्रकट किया. सदन में आरक्षण बिल का समर्थन किये जाने के खिलाफ अभिनेता व दिल्ली भाजपा के अध्यक्षमनोज तिवारी का विरोध कर कर रहे युवाओं की टोली ने नगरपालिका गेट के सामने सड़क पर उनके काफिले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 30, 2018 4:50 PM

भभुआ : भाजपा सांसद मनोज तिवारी को बिहारके भभुआ में शनिवार कोस्वर्ण समाज केलोगों ने काला झंडा दिखाकरअपना विरोध प्रकट किया. सदन में आरक्षण बिल का समर्थन किये जाने के खिलाफ अभिनेता व दिल्ली भाजपा के अध्यक्षमनोज तिवारी का विरोध कर कर रहे युवाओं की टोली ने नगरपालिका गेट के सामने सड़क पर उनके काफिले को रोक दिया और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे. मनोज तिवारी कैमूर जिला के ही मोहनियां प्रखंड के अतरवलिया गांव के रहनेवाले हैं.

इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस अफसरों व जवानों ने विरोधियों को किनारा कर मनोज तिवारी व उनके साथ चल रहे अन्य वाहनों को नगरपालिका मैदान में जाने के लिए रास्ता दिलवाया. यहां के नगरपालिका मैदान में भाजयुमो का युवा शंखनाद सम्मेलन आयोजित था, जिसमें भाग लेने के लिए मनोज तिवारी आये थे. इस सम्मेलन में सांसद छेदी पासवान, मंत्री बृजकिशोर बिंद, एमएलसी संतोष कुमार सिंह, विधायक रिंकी रानी पांडेय, विधायक अशोक सिंह समेत कई प्रदेश नेता मौजूद थे.

वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले सवर्ण समाज के युवक कार्यक्रम स्थल पर लगी कुर्सी पर बैठ गये थे. वे अपने पॉकेट में काला झंडा लिए हुए थे. दोपहर में 12.25 बजे जैसे ही सायरन बजाते वाहन के साथ गाड़ियों का काफिल नगरपालिका मैदान में पहुंचा, आगे की कतार में बैठे युवक अपने पॉकेट से काला झंडा निकालकर मंच की ओर दिखाते हुए मनोज तिवारी का विरोध करने लगे. करीब 20 मिनट तक विरोध का दौर चलता रहा.

हालांकि, इस दौरानमौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने युवाओं को काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन, उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी. जब उन्हें पता चला कि इस काफिले में मनोज तिवारी नहीं हैं, तो युवक नगरपालिका गेट पर पहुंच गये और वाहनों के काफिले के साथ मनोज तिवारी को लोगों ने गाड़ी में बैठे देखा, रोड को जाम कर उन्हें घेर लिया. विरोध कर रहे लोगकिमंशा मनोज तिवारी के माध्यम सेअपनी आवाज केंद्र सरकार तक पहुंचाने की थी.

Next Article

Exit mobile version