Jehanabad : वाराणसी के तर्ज पर दरधा-यमुना संगम घाट पर हुई महाआरती
दरधा-यमुना संगम स्थित ऐतिहासिक ठाकुरबाड़ी घाट पर शनिवार की संध्या आध्यात्मिक भव्यता का आकर्षक संगम देखने को मिला.
जहानाबाद.
दरधा-यमुना संगम स्थित ऐतिहासिक ठाकुरबाड़ी घाट पर शनिवार की संध्या आध्यात्मिक भव्यता का आकर्षक संगम देखने को मिला. मां गंगा की महाआरती और हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन वाराणसी-शैली की झलक लिए श्रद्धाभाव व उल्लास के साथ संपन्न हुआ. घाट को रंग-बिरंगी झालरों, आकर्षक लाइटों और सैकड़ों दीपों से सजाया गया था, जिससे पूरा क्षेत्र दिव्य प्रकाश से आलोकित हो उठा. ढोल-नगाड़ों, शंखनाद, वंदे मातरम् और मंत्रोच्चार की गूंज से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया. आरती आरंभ होते ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा और बुजुर्ग पहुंचे और दीप प्रज्वलित कर मां गंगा की पूजा-अर्चना की. हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ के दौरान “जय हनुमान” के जयघोष से घाट प्रतिध्वनित होता रहा. अनुभवी आचार्यों द्वारा विधि-विधान से पूजा संपन्न कराया गया. आयोजन समिति ने सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए श्रद्धालुओं के लिए सुगम वातावरण सुनिश्चित किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संयोजक बुलेट बाबा के साथ मुकेश भारद्वाज, अमरेन्द्र सिंह, चंद्रेश दास, रिजु साव, गगन मिश्रा, प्रकाश बाबा आदि का विशेष योगदान रहा. स्थानीय लोगों ने कहा कि यह आयोजन संगम घाट को जिले के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. उनका कहना था कि इस वर्ष की महाआरती पूर्व वर्षों की तुलना में अधिक भव्य और यादगार रही.
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