वज्रपात में जान गंवाने वाले मजदूर के परिजनों को मिला त्वरित राहत

आपदा के समय त्वरित राहत देना जहां अक्सर एक चुनौती बन जाता है, वहीं हुलासगंज प्रखंड प्रशासन ने संवेदनशीलता और तत्परता का अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है.

By AMLESH PRASAD | July 17, 2025 10:34 PM

हुलासगंज. आपदा के समय त्वरित राहत देना जहां अक्सर एक चुनौती बन जाता है, वहीं हुलासगंज प्रखंड प्रशासन ने संवेदनशीलता और तत्परता का अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है. बुधवार को वलीपुर गांव के बधार में काम कर रहे मजदूर विनोद मांझी की वज्रपात से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया. महज 24 घंटे के भीतर अंचलाधिकारी सदाब आलम ने मुखिया रंजीत कुमार के साथ संयुक्त रूप से मृतक की पत्नी उर्मिला देवी को चार लाख रुपये की आपदा राहत राशि का चेक सौंपा. यह न केवल एक प्रशासनिक उपलब्धि है बल्कि मानवीय दृष्टिकोण की जीवंत मिसाल भी है, जिसकी चर्चा आज पूरे प्रखंड में हो रही है. मृतक विनोद मांझी दुर्गापुर गांव के निवासी थे और अपने परिवार की जीविका के लिए खेतों में मेहनत-मजदूरी करते थे. उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे गांव को शोकाकुल कर दिया. ऐसे कठिन समय में प्रशासन और पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए इस सहयोग से परिजनों को कुछ हद तक संबल मिला है. इस अवसर पर विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. भाकपा-माले की ओर से दीपक चंद्रवंशी एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष रंधीर कुमार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद रहे. सभी ने प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए इसे अनुकरणीय पहल बताया. हुलासगंज प्रखंड में इस त्वरित राहत वितरण को एक सकारात्मक उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है