बस की ठोकर से बाइक सवार महिला की मौत

जहानाबाद : नगर थाना क्षेत्र के वभना सिकरिया पेट्रोल पंप के समीप सोमवार की दोपहर यात्री बस की ठोकर से बाइक सवार महिला की मौत हो गयी. मृतका अपने पति और बच्चों के साथ बाइक पर सवार होकर अपनी मायके हाजीपुर जा रही थी. पेट्रोल पंप के समीप विपरीत दिशा से आ रही यात्री बस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 23, 2019 6:17 AM

जहानाबाद : नगर थाना क्षेत्र के वभना सिकरिया पेट्रोल पंप के समीप सोमवार की दोपहर यात्री बस की ठोकर से बाइक सवार महिला की मौत हो गयी. मृतका अपने पति और बच्चों के साथ बाइक पर सवार होकर अपनी मायके हाजीपुर जा रही थी.

पेट्रोल पंप के समीप विपरीत दिशा से आ रही यात्री बस ने बाइक में ठोकर मार दिया, जिससे घटनास्थल पर ही महिला की मौत हो गयी. जबकि उसके पति, पुत्र व पुत्री जख्मी हो गये, जिनका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया. मृतका परसबिगहा थाना क्षेत्र के कसईं निवासी बाढ़न मांझी की पत्नी रीता देवी (40 वर्ष) है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोमवार की दोपहर अपने पति व बच्चों के साथ बाइक से अपनी मायके जा रही थी. रास्ते में सिकरिया पेट्रोल पंप के समीप विपरीत दिशा से आ रही यात्री बस ने ठोकर मार दी. इस घटना में महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दी.
जबकि उसके पति बाढ़न मांझी, पुत्र अजीत कुमार और बेटी पायल कुमारी घायल हो गये. जिसका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया. घटना से आक्रोशित परिजनों ने घटनास्थल के समीप जहानाबाद-अरवल एनएच 110 को जाम कर दिया और घटना में शामिल बस चालक पर कठोर कार्रवाई करने और मुआवजे की मांग करने लगे.
इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने यात्री बस के शीशे भी तोड़े. घटना की जानकारी होते ही एसडीओ, एसडीपीओ के अलावा प्रभारी नगर थानाध्यक्ष, बीडीओ, सीओ घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत कराने में जुट गये.
लोग मुआवजे की मांग पर अड़े रहे, जिससे करीब एक घंटा तक यातायात बाधित रहा.घटना के तत्काल बाद एसपी मनीष अरवल की ओर जा रहे थे. जैसे ही उन्हें घटना की जानकारी हुई वे वहां रूककर स्थानीय थाने को घटना की जानकारी देने के साथ ही शव को वहां से उठावाया और उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजवाये. इसके बाद एसपी अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गये.
इसके बाद परिजन आक्रोशित होकर सड़क जाम कर दिया. करीब एक घंटे तक मान-मनौअल के बाद आक्रोशित परिजनों को मुआवजा का आश्वासन दिया गया. एसडीओ ने आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये की सहायता राशि दी.
वहीं बीडीओ ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये का चेक दिया. जबकि स्थानीय मुखिया ने कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये की सहायता प्रदान किया. मुआवजा मिलने के बाद सड़क पर हंगामा कर रहे लोग वहां से हट गये, जिसके बाद एनएच पर वाहनों का परिचालन आरंभ हुआ.
इधर सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया.

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