गंभीर मरीज को नहीं मिला स्ट्रेचर, परिजन ने गोद में उठा इमरजेंसी कक्ष में कराया भर्ती

किसी व्याधि की पीड़ा से कराह रहे रोगी को जब अस्पताल में भी पीड़ा ही मिले, तो उस पीड़ा को शब्दों में अभिव्यक्त कर पाना अत्यंत कठिन है. गुरुवार को सदर अस्पताल जमुई में संवेदनहीनता का ऐसा ही दृश्य देखने को मिला, जब बुखार की पीड़ा से तड़प रही एक महिला को आधे धंटे तक स्ट्रेचर नहीं मिला

By PANKAJ KUMAR SINGH | August 21, 2025 9:43 PM

जमुई. किसी व्याधि की पीड़ा से कराह रहे रोगी को जब अस्पताल में भी पीड़ा ही मिले, तो उस पीड़ा को शब्दों में अभिव्यक्त कर पाना अत्यंत कठिन है. गुरुवार को सदर अस्पताल जमुई में संवेदनहीनता का ऐसा ही दृश्य देखने को मिला, जब बुखार की पीड़ा से तड़प रही एक महिला को आधे धंटे तक स्ट्रेचर नहीं मिला. व्यवस्था से हारकर परिजन मरीज को गोद में उठाकर इमरजेंसी कक्ष में भर्ती कराया. मालूम हो कि जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड क्षेत्र के चिनवेरिया गांव की निवासी करण मांझी ने अपनी पत्नी रूपा देवी को चमकी बुखार आने के बाद गंभीर स्थिति में इलाज के लिये सदर अस्पताल लाया. लगभग आधे घंटे तक इमरजेंसी कक्ष के समीप परिजन स्ट्रेचर ढूंढते रहे, लेकिन स्ट्रेचर नहीं मिलने पर मरीज को गोद में उठाकर इमरजेंसी कक्ष लाया. उसके बाद चिकित्सक ने महिला का इलाज किया. सदर अस्पताल में इमरजेंसी मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिलने की घटना कोई नयी नहीं है.

पहले भी इस तरह के मामले आ चुके हैं सामने

सदर अस्पताल में मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिलने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व भी कई बार मरीज को परिजन द्वारा स्ट्रेचर नहीं मिलने पर गोद में उठाकर इलाज के लिए लाया जा चुका है. बीते एक सप्ताह पूर्व एक प्रसूता मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिलने पर परिजन गोद में उठाकर सदर अस्पताल के प्रथम तल्ला पर स्थित प्रसव कक्ष लाया गया था. दो माह पूर्व भी सही समय पर स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण प्रसूता के पति ने उसे गोद में उठाकर प्रसव कक्ष पहुंचाया था, इस दौरान गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गयी थी. इसे लेकर परिजन ने आक्रोश भी जताया था. इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन की ओर से लापरवाही बरती जा रही है. जिसका खामियाजा अक्सर मरीज और उनके परिजन को भुगत रहे हैं.

कहते हैं प्रबंधक

इस संबंध में सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि सदर अस्पताल में स्ट्रेचर की कमी नहीं है. अक्सर मरीज के परिजन स्ट्रेचर का उपयोग कर जहां तहां छोड़ देते हैं. इस कारण परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों को स्ट्रेचर सही जगह पर रखने का निर्देश दिया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है