छठ घाटों पर गोशाला मेले का हुआ शुभारंभ

छठ महापर्व के समापन के उपरांत प्रखंड क्षेत्र के नावा आहर, रामचंद्रडीह व मरही बसबुट्टी में पारंपरिक गोशाला मेला का शुभारंभ किया गया.

By PANKAJ KUMAR SINGH | October 30, 2025 9:45 PM

चकाई . छठ महापर्व के समापन के उपरांत प्रखंड क्षेत्र के नावा आहर, रामचंद्रडीह व मरही बसबुट्टी में पारंपरिक गोशाला मेला का शुभारंभ किया गया. नावा आहर छठ घाट स्थित सूर्य मंदिर परिसर में स्थापित सात घोड़े के रथ पर सवार भगवान भास्कर की भव्य प्रतिमा श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही. बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना कर मंगलकामना की.मेला परिसर में भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती, श्रीकृष्ण-राधा, बाल गोपाल, श्रीराम-सीता, लक्ष्मी, गणेश, कार्तिकेय समेत विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी स्थापित की गईं. महिला श्रद्धालु इन प्रतिमाओं के समक्ष पूजा-अर्चना करती नजर आईं. वहीं श्मशान घाट की दृष्य में राजा हरिश्चंद्र, रानी शब्या एवं पुत्र रोहिताश की प्रतिमा भी लगाई गई, जो मेले का प्रमुख आकर्षण बना है. लोगों ने मेले में लगे विभिन्न मनोरंजन साधनों जैसे कठघोड़वा झूला, कठपुतली नाच और नौका विहार का जमकर आनंद लिया. बच्चे और महिलाएं नावा आहर में नाव पर बैठकर जल विहार करती दिखीं. मेले में बिक रही तरह-तरह की मिठाइयों का भी श्रद्धालुओं ने स्वाद लिया. मेला परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. पर्याप्त पुलिस बल के साथ पूजा समिति के वालंटियर तैनात रहे, जो लगातार निगरानी करते नजर आए. छठ पूजा समिति के अध्यक्ष पप्पू गुप्ता ने बताया कि वर्ष 1997 से इस पारंपरिक गोशाला मेला का आयोजन किया जा रहा है, जो अब क्षेत्र की पहचान बन चुका है. समिति के सचिव बजरंगी गुप्ता ने बताया कि मेला बुधवार से प्रारंभ हुआ है और यह पांच दिनों तक चलेगा. इस दौरान पूजा समिति के पदाधिकारी पप्पू गुप्ता, बजरंगी गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, श्रवण लहरी, संजय गुप्ता, शंकर साह उर्फ काला बोस, श्रवण केशरी, पवन केशरी, बुलु सिंह, उमेश शर्मा, पप्पू चौधरी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.

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