लू से बचाव को लेकर करें कारगर उपाय, लापरवाही बर्दाश्त नहीं : डीएम

बढ़ती गर्मी के कारण पेयजल संकट की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है. ऐसे में यह आवश्यक है कि भीषण गर्मी व लू से बचाव, सुखाड़ की पूर्व तैयारी, अगलगी से बचाव को लेकर कारगर उपाय सुनिश्चित किये जायें. उक्त बातें डीएम अभिलाषा शर्मा ने कार्यालय प्रकोष्ठ में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कही.

By PANKAJ KUMAR SINGH | April 15, 2025 9:05 PM

जमुई. बढ़ती गर्मी के कारण पेयजल संकट की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है. ऐसे में यह आवश्यक है कि भीषण गर्मी व लू से बचाव, सुखाड़ की पूर्व तैयारी, अगलगी से बचाव को लेकर कारगर उपाय सुनिश्चित किये जायें. उक्त बातें डीएम अभिलाषा शर्मा ने कार्यालय प्रकोष्ठ में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कही. उन्होंने सभी बीडीओ, सीओ व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में भीषण गर्मी के साथ लू चलती है, जिसके कारण जन-जीवन प्रभावित होता है. आम जनता को स्वास्थ्य एवं पेयजल संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. विशेष कर छोटे बच्चों, स्कूली बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं एवं काम के लिए घर से बाहर निकलने वाले कामगारों, श्रमिकों को काफी समस्याएं आती हैं. उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों पर प्याऊ की व्यवस्था सुनिश्चित करें. साथ ही इन स्थलों पर गर्म हवाओं एवं लू से बचाव से संबंधित सूचनाओं को भी प्रदर्शित करें, ताकि आमजन इनसे भली भांति अवगत हो सके. नगर क्षेत्र में खराब चापाकल की मरम्मत युद्धस्तर पर कराई जाये. समीक्षा बैठक में डीएम ने गर्मी के मौसम में विद्युत विभाग को सचेत रहने का निर्देश देते हुए कहा कि बिजली तार ढीला रहने के कारण वे हवा चलने पर आपस में टकराते रहते हैं, जिससे चिंगारी निकलने की संभावना रहती है. ढीले तारों को ठीक करवाने की व्यवस्था की जाये साथ ही निर्बाध बिजली की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये.

लू चलने पर कार्य अवधि को सुबह 6 बजे से 11 बजे निर्धारित करें श्रम विभाग

जिला पंचायती राज पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में बचाव के लिए प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराएं. गांवों में पेयजल की व्यवस्था के लिए कार्य योजना बनाकर जल संरक्षण की योजनाओं पर कार्रवाई करें. श्रम अधीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि लू से बचाव के लिए श्रमिकों के कार्य अवधि को लचीला किया जा सकता है. लू चलने पर कार्य अवधि को सुबह 6 बजे से 11 बजे पूर्वाह्न तक तथा अपराह्न 3.30 बजे से अपराह्न 6.30 बजे तक निर्धारित किया जा सकता है. कार्यस्थल पर पेयजल व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से किया जाये. सिविल सर्जन को अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था अपडेट रखने का निर्देश देते हुए कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल, सदर अस्पताल में लू से प्रभावितों के इलाज हेतु विशेष व्यवस्था की जाये. साथ ही स्टेटिक व चलंत चिकित्सा दल की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये. इसके साथ ही शिक्षा विभाग के साथ-साथ अन्य सभी विभाग को गर्मी के मद्देनजर जनहित में कार्य करने को लेकर निर्देश दिया गया. साथ बताया कि आपदा प्रबंधन शाखा में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. लोग अपनी शिकायतों के समाधान हेतु कंट्रोल नंबर 9771109565 पर कॉल कर सकते हैं.

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