अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नहीं, बिना इलाज कराये लौट रहे मरीज
स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के लापरवाह रवैये से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था दिन प्रतिदिन लचर हो बेपटरी होती जा रही है.
गिद्धौर. स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के लापरवाह रवैये से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था दिन प्रतिदिन लचर हो बेपटरी होती जा रही है. गिद्धौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की देखरेख में संचालित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव पीड़िताओं को इलाज कराने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक को न देख उन्हें वहां से अपना समुचित इलाज कराये बैरंग लौटना पड़ रहा है.
कहते हैं ग्रामीण
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेवा में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर सेवा गांव के ग्रामीण विकास कुमार, सोनू कुमार, मोहन रावत, कन्हैया यादव, प्रदीप साव, ललन कुमार, मोनू साव आदि बताते हैं कि सेवा गांव के स्वास्थ्य व्यवस्था को ले क्षेत्र के मरीजों के लिए लाइफ लाइन माने जानेवाली यह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेवा इन दिनों सिर्फ जीएनएम एवं डाटा ऑपरेटर के भरोसे संचालित है. ग्रामीण बताते हैं कि उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अपर्णा कुमारी एवं सीएचओ धीरज कुमार शर्मा ड्यूटी पर कभी-कभार ही आते हैं. स्थिति यह है कि क्षेत्र के ग्रामीण चिकित्सा पदाधिकारी के अभाव में झोला छाप डॉक्टर के चंगुल में फंसकर अपनी जान जोखिम में डालने पर विवश हैं.
कहते हैं नोडल चिकित्सा पदाधिकारी
इस संदर्भ में नोडल चिकित्सा पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने कहा है कि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेवा में चिकित्सा सेवा से जुड़ी समस्या का संज्ञान दिलाया गया है. मामले की समुचित जानकारी ले सेवा स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था सुधार को ले समुचित कारगर प्रयास किया जायेगा.
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