भक्तों की पुकार पर दौड़े चले आते हैं भगवान : संत लक्ष्मण दास
भगवान भक्त की सच्ची पुकार पर दौड़े चले आते हैं. अगर भक्त संकट में सच्चे मन से उन्हें मदत को पुकारता है, तो वो कभी देर नहीं करते.
चकाई . भगवान भक्त की सच्ची पुकार पर दौड़े चले आते हैं. अगर भक्त संकट में सच्चे मन से उन्हें मदत को पुकारता है, तो वो कभी देर नहीं करते. उक्त बातें वृंदावन से आये श्रीश्री 108 संत लक्ष्मण दास जी महराज ने लीलूडीह गांव में आयोजित कार्तिक उद्यापन के मौके पर श्रीमदभागवत कथा के दौरान श्रीकृष्ण-रुक्मिणी प्रसंग के बारे में कही. भगवान ने रुक्मिणी की सच्ची पुकार पर उसका साथ देते हुए उनके राज्य आकर मंदिर में मौजूद रुक्मिणी का वरण क़र उसकी मनोकामना पूर्ण की. इसलिए अगर आप संकट में हैं तो सारी उम्मीद का त्याग कर आप सच्चे मन से प्रभु का सुमिरन करें वो आपके संकट को अवश्य दूर करेंगे. मौके पर इस कार्तिक उद्यापन सह श्रीमद भागवत कथा के यजमान अबधेश उपाध्याय, राजीव उपाध्याय, परमानंद उपाध्याय, बुलु उपध्याय, संजय उपाध्याय, प्रमोद उपाध्याय, टुनटुन उपाध्याय, निरंजन उपाध्याय, कन्हैया लाल गुप्ता, मुन्ना मिश्रा, सुधीर दुबे, नरेश उपाध्याय, सुनील बरनवाल, विवकानंद उपाध्याय, श्यामानन्द उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर श्री मद भागवत कथा का लाभ उठाया.
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