प्राकृतिक खेती अपना किसान हो सकते हैं समृद्ध : संतोष झा
किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत कर ही कुपोषण मुक्त भारत की कल्पना की जा सकती है.
सिमुलतला. किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत कर ही कुपोषण मुक्त भारत की कल्पना की जा सकती है. उक्त बातें मंगलवार को सेंट्रल फार वल्ड सोलिरिटी (सीडब्लूएस) सिकंदराबाद की सिमुलतला इकाई टीम के कम्युनिटी मोबलाइजर संतोष झा ने किसानों को जागरूक करते हुए कही. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के माध्यम से हम आसानी से कुपोषण रूपी दानव से अपने देश को मुक्त कर सकते हैं. इस दौरान उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती करने व बकरी पालन करने को लेकर भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि थाना क्षेत्र के सलखोडीह के तीन किसान और कनौदी के पांच किसानों के बीच कुल दो एकड़ भूमि में दो सौ किलो ओल का बीजा बोया गया है. फसल को देखकर ऐसी संभावना लग रही है कि फसल काफी अच्छा होगी और किसानों को अच्छी आमदनी हो सकेगी. मौके पर उपस्थित जिला पार्षद सदस्या विभा सिंह ने कहा कि क्षेत्र के किसानों को आर्थिक रूप से सबल बनाने को लेकर सीडब्लूएस की ओर से किया जा रहा प्रयास सराहनीय है. इनके प्रयास से किसानों के माली हालात में अवश्य सुधार हो सकेगा. उन्होंने सीडब्लूएस से क्षेत्र के सभी किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने को लेकर अपील की. जिला पार्षद प्रतिनिधि आलोक राज ने कहा कि किसान अगर आर्थिक रूप से मजबूत होंगे तो उनके घर-परिवार खुशहाल होगा. उन्होंने भी सीडब्लूएस के कार्यकलाप की सराहना करते हुए कहा कि इसका लाभ क्षेत्र के सभी किसानों को मिले. इस दौरान लोगों को साफ-सफाई रखने, किशोरियों के शारीरिक बदलाव और अंदरूनी रोगों के बाबत भी जानकारी दिया गया और किसानों को ओल की खेती की रक्षा के लिए जाली उपलब्ध कराया गया. जबकि सालखोडीह, सियांटांड़, कनौदी, जेरहीडीह गांव के कुछ किसान जिनका माली हालत एकदम जर्जर थी उनके बीचे अच्छे नस्ल की बकरी वितरण किया गया.
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