क्षेत्र में भक्ति व उल्लास का माहौल
फलों के बढ़े दामों से श्रद्धालुओं की जेब पर असर, बाजारों में रही रौनक
बरहट. सूर्य उपासना के महापर्व छठ की शुरुआत शनिवार को नहाय-खाय के साथ पूरे श्रद्धा और भक्ति भाव से हुई. बरहट प्रखंड के विभिन्न गांवों में व्रतियों ने प्रातःकाल घर-आंगन की साफ-सफाई कर पवित्रता का वातावरण बनाया. इसके बाद श्रद्धालुओं ने किऊल नदी सहित अन्य जलाशयों में स्नान कर सूर्यदेव की उपासना के लिए जल भरा और परंपरागत विधि-विधान से कद्दू-भात व चना दाल का भोजन तैयार कर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया.रविवार को व्रती दिनभर निर्जला उपवास रखकर शाम में खरना की विधि संपन्न करेंगें. इसमें गुड़ व अरवा चावल से बने प्रसाद का सेवन किया जाएगा. सोमवार को कार्तिक शुक्ल षष्ठी को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ अर्पित करेंगे, जबकि मंगलवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ देकर पारण के साथ यह महापर्व संपन्न होगा. इस दौरान पूरे इलाके में छठ गीतों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा है.
फलों के बढ़े दाम से खरीदारों की जेब ढीली
छठ पर्व को लेकर बाजारों में पूजन सामग्री और फलों की दुकानों पर दिनभर जबरदस्त रौनक रही. केले, नारियल, गन्ना, डाभ और सुपारी से सजी दुकानें आकर्षण का केंद्र बनीं. हालांकि, इस बार फलों के दामों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी से खरीदारी करने वालों की जेब ढीली हुई.
छठ व्रती मिथलेश कुमार, मनोज कुमार, सचिन कुमार और मनीष कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार फलों और पूजन सामग्री के दामों में 15–20 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. वहीं, फल विक्रेता बिक्की साह ने बताया कि मंडी से ही फलों के थोक दाम बढ़ जाने के कारण खुदरा कीमत भी अधिक है.दिनभर बाजारों में खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती रही. जगह-जगह छठ मइया के गीतों से वातावरण भक्तिरस से सराबोर दिखा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
