जमुई : गिद्धेश्वर जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, कोबरा जवान को लगी गोली

जमुई (खैरा):बिहार के जमुई मेंखैरा थाना क्षेत्र के गिद्धेश्वर जंगल स्थित नौलखा गढ़ के समीप भलगुहा इलाके में गुरुवार को पुलिस-नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है. इसमें कोबरा बटालियन के एक जवान को गोली लगने से घायल हो गया. जानकारी के अनुसार गिद्धेश्वर जंगल इलाके में नक्सली संगठन के जमावड़े की सूचना के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2018 6:11 PM

जमुई (खैरा):बिहार के जमुई मेंखैरा थाना क्षेत्र के गिद्धेश्वर जंगल स्थित नौलखा गढ़ के समीप भलगुहा इलाके में गुरुवार को पुलिस-नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है. इसमें कोबरा बटालियन के एक जवान को गोली लगने से घायल हो गया. जानकारी के अनुसार गिद्धेश्वर जंगल इलाके में नक्सली संगठन के जमावड़े की सूचना के बाद सुरक्षा बलों द्वारा बीते बुधवार देर रात से ही सर्च अभियान चलाया जा रहा था. अभियान को लेकर सीआरपीएफ 207 कोबरा बटालियन की पांच टीम को जंगल में उतारा गया.

इसी क्रम में गुरुवार अहले सुबह जंगल स्थित नौलखा गढ़ के समीप भलगुहा इलाके में कोबरा बटालियन की एक टीम से नक्सलियों का आमना-सामना हुआ. पुलिस को देखते ही नक्सलियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी. इसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा-207 बटालियन के एक जवान को गोली लग गयी. उक्त जवान को घायलावस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया है. घायल जवान का नाम शैल बासगी बताया जा रहा है. बासगी को दाहिने हाथ में चार गोलियां लगी है. मुठभेड़ के क्रम में कोबरा बटालियन के द्वारा भी जवाबी फायर किया गया, पर नक्सलियों को कितना नुकसान हुआ है यह अभी तक पता नहीं चल पाया है.

जानकारी के अनुसार नक्सली लगातार गोलियां बरसाते हुए घाटी के दूसरे तरफ भाग निकला. जहां से बेहतर इलाज के लिए जवान को पटना रेफर कर दिया गया है. पटना भेजने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली गई है. मामले के बाद गिद्धेश्वर जंगली क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, 207-कोबरा बटालियन तथा अन्य अर्धसैनिक बलों द्वारा लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वहीं इस दौरान पुलिस के द्वारा एरिया डोमिनेशन भी किया जा रहा है.

लेवी वसूलने जंगल के किनारे तक आ पहुंचे नक्सली

खैरा. गिद्धेश्वर जंगल में नक्सलियों के जमावड़े की सूचना मिलना कोई नई बात नहीं है, पर भलगुहा के समीप नक्सलियों से मुठभेड़ होना अपने आप में एक बहुत बड़ा प्रश्न है. दरअसल भलगुहा का वह इलाका जहां पुलिस नक्सली मुठभेड़ हुई है वह जंगल के बिल्कुल बाहरी किनारे पर स्थित है तथा घनबेरिया गांव स्थित नौलखा गढ़ के काफी नजदीक है. जहां से जंगली इलाका समाप्त हो जाता है तथा पठारी मैदानी इलाका शुरू हो जाता है. इस इलाके में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति भी रहती है. तो सवाल उठता है कि आखिर नक्सली जंगल के बाहरी इलाके में क्या करने आये थे.

सूत्रों की माने तो इन दिनों नक्सली सिद्धू कोड़ा अपने दस्ते के साथ गिद्धेश्वर जंगल के जंगली इलाकों में सक्रिय है तथा संगठन की मजबूती को लेकर बड़े बड़े पैमाने पर लेवी वसूली का कार्य कर रहा था. इसी क्रम में वह लेवी वसूलने के लिए पहाड़ो से निकलकर पठारी इलाकों की तरफ आया था. सूत्रों ने यह भी बताया कि अभी 2 दिन पहले भी एक निर्माण कार्य कर रहे कंस्ट्रक्शन कंपनी से बड़ी भारी मात्रा में लेवी की वसूली की गई थी. जिसके बाद किसी और घटना को अंजाम देने के लिए सिद्धू कोड़ा जंगलों से निकलकर पठारी इलाकों की तरफ आया था, जहां उसका सामना कोबरा बटालियन के जवानों से हो गया.

हालांकि, इस दौरान वह अपनी सुरक्षा में गोलीबारी करते हुए पीछे की तरफ भाग गया. परंतु इस घटना के बाद से कहा जा सकता है कि अब नक्सलियों में पुलिस का भय समाप्त हो गया है और वह बड़ी आसानी से घटनाओं को अंजाम देने के लिए जंगलों से निकलकर पठारी इलाकों की तरफ आने लगे हैं.