IRCTC Scam: लालू की याचिका कोर्ट ने नहीं मानी तो क्या है विकल्प? रोजाना सुनवाई पर राबड़ी-लालू ने जतायी है आपत्ति
IRCTC Scam Case: IRCTC घोटाले में लालू परिवार ने चुनाव प्रचार के चलते रोज सुनवाई से राहत मांगी है. CBI ने इस याचिका का विरोध किया है. ऐसे में यदि कोर्ट लालू परिवार को राहत नहीं देती है तो उनके पास क्या विकल्प मौजूद हैं? पढे़ं पूरी खबर…
IRCTC Scam Case: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रहे IRCTC घोटाले के केस में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने अदालत से थोड़ी राहत मांगी है. उन्होंने कहा है कि फिलहाल रोज-रोज की सुनवाई से उन्हें दिक्कत हो रही है, क्योंकि बिहार में चुनाव प्रचार जोरों पर है. इसलिए उन्होंने कोर्ट से गुजारिश की है कि ट्रायल को कुछ हफ्तों के लिए रोक दिया जाए, ताकि वे चुनावी प्रचार प्रसार का काम निपटा सकें.
याचिका खारिज होती है तो लालू के पास क्या है विकल्प?
अब मामला कोर्ट के सामने है. दो ही चीजें हो सकती हैं, या तो कोर्ट उनकी बात मान ले और कुछ दिन की राहत दे दे, या फिर याचिका खारिज करके रोज सुनवाई जारी रखे. अगर कोर्ट उनकी याचिका को मंजूरी नहीं देती, तो लालू परिवार के पास आगे का रास्ता है. वे हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं. वहां वे ये दलील दे सकते हैं कि रोज सुनवाई से उनके अधिकार प्रभावित हो रहे हैं और उन्हें केस की तैयारी के लिए पर्याप्त वक्त नहीं मिल पा रहा है.
CBI ने जताया विरोध
वहीं, इस याचिका पर सीबीआई ने कड़ा विरोध किया है. सीबीआई के वकील ने कोर्ट से कहा कि सुप्रीम कोर्ट खुद कह चुका है कि सांसदों और विधायकों से जुड़े मामलों की सुनवाई जल्दी पूरी की जानी चाहिए, ताकि केस सालों तक लटके न रहें. अगर हफ्ते में सिर्फ एक दिन सुनवाई होगी, तो केस के निपटारे में बहुत वक्त लग जाएगा और इससे न्याय में देरी होगी.
क्या है IRCTC घोटाला मामला?
यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. सीबीआई के मुताबिक, इस दौरान रांची और पुरी के दो IRCTC होटलों को निजी कंपनी सुजाता होटल्स को गलत तरीके से लीज पर दिया गया था. बदले में लालू परिवार को मूल्यवान जमीन और शेयर सस्ते दामों पर हस्तांतरित किए गए.
